बेंगलुरु: चिकमंगलूर कर्नाटक का ऐसा खूबसूरत जिला है, जिसे कॉफी का शहर भी कहा जाता है. बाबाबूदान की पहाड़ियों से घिरा चिकमंगलूर कर्नाटक के सबसे प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है. चिकमंगलूर का अर्थ है- 'छोटी बेटी का नगर'.
माना जाता है कि चिकमंगलूर को रुकगनगडे की बेटी को दहेज के तौर पर दिया गया था. इसलिए इस जगह का इतना अलग सा नाम पड़ा है.यह मैंगलोर से 148 किमी, मैसूर से 178 किमी और बैंगलोर से 240 किमी की दूरी पर है.
कॉफी भूमि के नाम से मशहूर
चिकमंगलूर कॉफी के लिए भी प्रसिद्ध है और कर्नाटक की कॉफी भूमि के रूप में जाना जाता है. यहां पहाड़, अभ्यारण्य और कई धार्मिक स्थल भी हैं, जो सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती है. लेकिन इसके परे इस जगह की एक खास बात और भी है, जिससे कई लोग अंजान हैं.
कुमारगिरी झरना
एक पर्यटक नीलकंठ ने जानकारी देते हुए बताया, 'यहां कामेनाहल्ली नाम छोटा सा गांव है, जिसके बारे में काफी लोगों को नहीं पता. लेकिन धीरे-धीरे यह जगह इतनी मशहूर होती जा रही है कि हर कोई यहां जाना पसंद कर रहा है. दरअसल, यहां पर कुमारगिरी झरना है जो कि इन दिनों हर किसी की पसंद बना हुआ है.'
ट्रैकिंग का आनंद
एक अन्य पर्यटक प्रेमा ने कहा, 'यहां 40 से 50 फीट तक तेज आवाज के साथ पानी गिरता है जो इसकी सुंदरता पर चार चांद लगाता है. लोग अपने सप्ताहांत में यहां आते हैं और इस झरने का आनंद लेते हैं. साथ ही यह ट्रैकिंग के लिए भी एकदम सही जगह है.'
कुमारगिरी जाने का रास्ता
कुमारगिरी जाने के लिये चिकमंगलूर से तारिकेरे की तरफ का रूट लेना पड़ता है. 25 किलोमीटर जाने के बाद आप झरने तक पहुंच जाएंगे. यदि प्रशासन यहां की सड़क के लिये कुछ उपाय करता है तो यहां तक पहुंचना और भी आसान हो जाएगा और आप आरामदायक सफर का आनंद ले सकते हैं.