तिरुवनंतपुरम : केरल में सोने की तस्करी मामले को लेकर विपक्ष के बढ़ते हमले के बीच मुख्यमंत्री पी. विजयन ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार की छवि को धूमिल करने के लिए एक 'सुनियोजित अभियान' चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राजनयिक सामान से जुड़े मामले की जांच आगे बढ़ेगी और दोषियों को कठघरे में लाया जाएगा.
विजयन ने कहा कि जब एयरपोर्ट से सीमा शुल्क विभाग द्वारा सामान की जब्ती की खबर आई, तो एक राजनीतिक दल के एक जिम्मेदार नेता ने राज्य सरकार पर दोष मढ़ने की कोशिश की और कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय के किसी व्यक्ति ने सीमा शुल्क अधिकारियों को प्रभावित करने का प्रयास किया.
विजयन ने कहा, 'हम सभी जानते हैं कि बाद में क्या हुआ. यह राज्य सरकार की छवि को धूमिल करने के उनके सुनियोजित अभियान का हिस्सा था.'
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वहीं, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जांच को आगे बढ़ाते हुए केरल में कई स्थानों पर छापेमारी की. एजेंसी ने मामले की जांच के सिलसिले में कई फ्लैटों और कार्यालयों सहित शहर के कई स्थानों पर तलाशी ली.
इससे पहले शनिवार को तिरुवनंतपुरम में स्थित संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वाणिज्यिक दूतावास में तैनात केरल पुलिस के कर्मचारी जय घोष का एक निजी अस्पताल में मजिस्ट्रेट ने बयान दर्ज किया. जय ने कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश की थी.
जय घोष के परिजनों के मुताबिक वह गुरुवार रात से लापता था और उसे शुक्रवार सुबह थुम्बा स्थित अपने घर के पास पाया गया. घोष की कलाई कटी हुई थी और खून बह रहा था. अभी उसकी हालत स्थिर है.
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यह घटना सोने की तस्करी के सनसनीखेज मामले के बीच सामने आई है, जिसमें यूएई के वाणिज्यिक दूतावास के सामान में सोना छिपाकर लाया गया था. घोष पहले हवाई अड्डे पर तैनात था और वह 2017 से वाणिज्यिक दूतावास पर कार्यरत है.
कथित तौर पर उसने तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश से उसी दिन (पांच जुलाई) तीन बार संपर्क किया था, जिस दिन सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा 15 करोड़ रुपये मूल्य का सोना जब्त किया गया था. इस मामले की छानबीन सीमा शुल्क विभाग और राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा की जा रही है.