नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर केंद्र सरकार पर यह कहते हुए कड़ा प्रहार किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भारतीय लोकतंत्र की राह में रोड़ा हैं.
सिब्बल ने मंगलवार को यहां मीडिया कॉन्फ्रेंस में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के आकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि जिस तरीके से भारतीय अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है, वह देश के लिए अच्छा नहीं माना जा सकता.
सिब्बल ने जोर देते हुए कहा, 'आईएमएफ के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में हमारा रेट ऑफ ग्रोथ 4.8 रहने की संभावना है. भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी यह खराब संकेत है'.
वहीं अर्थव्यवस्था के आकड़ों को जोड़कर सिब्बल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'जिस प्रकार से भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत वैश्विक विकास के लिए बाधक है, ठीक उसी तरह हमारे पीएम और गृहमंत्री भारतीय लोकतंत्र के लिए अवरोध हैं.'
सिब्बल ने केंद्र सरकार पर देश के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया और सीएए के मुद्दे पर केंद्र सरकार के नौ झूठ उजागर करने का दावा किया.
सिब्बल के मुताबिक सीएए पर पहला झूठ तो यही है कि यह कानून लोगों के बीच भेद भाव नहीं करता है. उन्होंने कहा, 'संविधान में धर्म के आधार पर नागरिकता का कोई प्रावधान है ही नहीं, हमारे संविधान में नागरिकता पाने के लिए धर्म कोई पैमाना नहीं माना गया है.सरकार अपने झूठ को सच साबित करने के लिए कुतर्कों का सहारा ले रही है.'
सिब्बल ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि पहली बार हमारे देश में नागरिकता धर्म के आधार पर दिए जाने की बात की जा रही है, जो गलत है.