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कृषि कानूनों पर पंजाब में किसान नहीं बिचौलिये कर रहे प्रदर्शन : नड्डा - किसानों को सम्मान निधि

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किसानों को कृषि सुधार कानूनों को लेकर संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पंजाब में कृषि कानून का विरोध किसान नहीं बल्कि बिचौलिए कर रहे हैं.

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Published : Oct 22, 2020, 8:11 PM IST

नई दिल्ली: बीजेपी मुख्यालय में दिल्ली के किसानों को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने संबोधित किया. किसानों ने संसद में कृषि सुधार कानून, 2020 पारित करने के लिए पीए मोदी को धन्यवाद दिया. जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार के कृषि विधायकों को लेकर पंजाब में जो प्रदर्शन चल रहा है वह बिचौलिए लोग कर रहे हैं, इसमें कोई भी किसान शामिल नहीं है.

जेपी नड्डा ने कहा कि किसानों को समझना होगा कि जो लोग उनको भ्रमित और गुमराह कर रहे हैं वह उनके हितैषी नहीं हैं. जो लोग किसानों के आसपास घूम रहे हैं. वह राजनीतिक लोग हैं. इन लोगों को किसानों की कोई चिंता नहीं है. बस अपनी सियासत चमकाना चाहते हैं. किसानों की सबसे बड़ी हितैषी मोदी सरकार है.

कृषि सुधार बिल पर बोलते नड्डा.

उन्होंने कहा कि कृषि विधेयक किसानों के हित के लिए हैं. कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट में साफ लिखा है कि कोई भी कॉन्ट्रैक्ट जमीन का नहीं होगा. जमीन पर उपजाई गई चीजों पर होगा. कोई गलती या बदमाशी से अगर जमीन का कॉन्ट्रैक्ट भी करले तो वो रद्द हो जाएगा.

कॉन्ट्रैक्ट होने पर दाम पहले ही तय हो जाएगा और अगर मार्केट रेट अच्छा हुआ तो, उसका बोनस रेट भी तय हो जाएगा. नुकसान होने पर कॉन्ट्रैक्ट करने वाले व्यापारी की जिम्मेदारी होगी और फायदा होने पर किसान को बोनस मिलेगा.

उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी ने 10 करोड़ किसानों को सम्मान निधि के रूप में एक साल में 92 हजार करोड़ रुपये सीधे उनके खाते में भेजे हैं. जब 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनी तो, पीएम मोदी ने स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने का जिम्मा उठाया तथा पहली बार किसानों को लागत का डेढ़ गुना एमएसपी देने का काम किया.

बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि विधायकों को लेकर पूरे पंजाब में प्रदर्शन चल रहा है. वहां रेल रोको आंदोलन चल रहा है. कृषि विधायकों को लेकर जारी आंदोलन के बीच पंजाब में रेल नेटवर्क बंद है. शहरी इलाकों में भी किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

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