श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने पुलवामा और शोपियां में हुई मुठभेड़ में 30 घंटों में आठ आतंकवादियों का खात्मा किया है. कश्मीर घाटी में आतंकवाद के खिलाफ यह बड़ी सफलता मानी जा रही है.
पुलवामा जिले के पम्पोर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों ने मस्जिद में छिपे आतंकियों को भी मार गिराया है.
पम्पोर में मुठभेड़ की जानकारी देते ईटीवी भारत संवाददाता डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि पम्पोर के मीज गांव में हुई मुठभेड़ में कुल तीन आतंकवादी मारे गए. इलाके में तलाशी अभियान जारी है. गुरुवार को मीज गांव में एनकाउंटर के दौरान दो आतंकवादी मस्जिद में छिप गए थे.
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वहीं, शोपियां के मुनंद इलाके में मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गए हैं. यहां भी गुरुवार से सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ चल रही है. इलाके में अभी भी कुछ आतंकवादी घिरे हुए हैं.
बता दें कि पुलवामा के पम्पोर इलाके के मीज में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद गुरुवार सुबह सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था. गुरुवार दोपहर मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था, जबकि दो आतंकवादी शरण लेने के लिए निकटवर्ती एक मस्जिद में घुस गए थे.
फिलहाल मारे गए आतंकवादियों की पहचान का पता लगाया जा रहा है. कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा कि मीज में सुरक्षा बलों ने धैर्य और पेशेवर तरीके से काम किया. मस्जिद को नुकसान न पहुंचे, इसलिए फायरिंग और आईईडी का कोई उपयोग नहीं किया गया. सिर्फ आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया गया. जिससे मस्जिद के अंदर छिपे दोनों आतंकियों की मौत हो गई.
वहीं, सेना के प्रवक्ता राजेश कालिया ने कहा कि शोपियां के बंदापुह गांव में पांच आतंकवादी मारे गए और सभी संभवत: बाग में छिपे हुए थे. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में संयुक्त अभियान जारी है.
जम्मू-कश्मीर में इस साल अब तक 103 आतंकवादी मारे गए है. सिर्फ कोरोना महामारी के दौरान सुरक्षा बलों ने 45 से अधिक आतंकवादियों को ढेर किया है, क्योंकि कोरोना महामारी के दौरान घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज किया गया था.