पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इसका नाम सात निश्चय-2 रखा गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही बता दिया था कि इस बार सात निश्चय-2 बिहार की जनता के बीच लेकर आएंगे. जदयू के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने निश्चय पत्र जारी करते हुए बताया कि सात निश्चय-1 की पिछली सभी योजनाएं जारी रहेंगी. इसके साथ ही सात निश्चय-2 की नई योजना से युवा शक्ति-बिहार की प्रगति के तहत युवाओं को बेहतर तकनीकी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी. उन्हें बिहार के साथ-साथ देश-विदेश में रोजगार पाने के लिए तैयार किया जाएगा.
'न्याय के साथ तरक्की, नीतीश की जीत पक्की' का दिया नारा
सात निश्चय-2 में सशक्त महिला-सक्षम महिला कार्यक्रम के तहत महिलाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजना लाई जाएगी. निश्चय पत्र 2020 में कहा गया है कि उनकी पार्टी महात्मा गांधी, राममनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, भीमराव अंबेडकर और कर्पूरी ठाकुर के विचारों एवं सिद्धांतों में अपनी आस्था रखती है. यही वजह है कि उन तमाम बड़े नेताओं के सपने को साकार करने की कोशिश में लगी है. जदयू ने रविवार को 'न्याय के साथ तरक्की, नीतीश की जीत पक्की' नारे के साथ 'निश्चय पत्र 2020' जारी किया है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत 12 अक्टूबर से करेंगे. इस दौरान वो अपने ‘निश्चय संवाद’ कार्यक्रम के तहत छह जिलों की 11 विधानसभाओं की जनता के साथ वर्चुअल संवाद करके इस कार्यक्रम को घर-घर तक पहुंचाएंगे. उससे पहले जानिए क्या है सात निश्चय-2 की अहम बातें...
सात निश्चय-2 के कार्यक्रम
- युवा शक्ति- बिहार की प्रगति
- सशक्त महिला- सक्षम महिला
- हर खेत तक सिंचाई का पानी
- स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव
- स्वच्छ शहर-विकसित शहर
- सुलभ संपर्कता
- सबके लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा
विस्तार से जानें सात निश्चय-2 के कार्यक्रम
युवा शक्ति- बिहार की प्रगति : इस योजना के तहत युवाओं के लिए बेहतर तकनीकी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी, जिससे रोजगार के और बेहतर अवसर मिल सकें. राज्य के प्रत्येक आईटीआई और पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उच्चस्तरीय सेंटर ऑफ एक्सेलेंस बनाया जाएगा. साथ ही आईटीआई एवं पॉलीटेक्निक में पढ़ रहे बच्चों को सोलर, ड्रोन तकनीक, ऑप्टिकल फाइबर एवं नेटवर्किंग, ट्रांसफॉर्मर, मैनुफैक्चरिंग, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी इत्यादि जैसे कई क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा. युवाओं को अपना व्यवसाय लगाने के लिए परियोजना लागत का 50% या अधिकतम 3 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा.