नई दिल्ली : भारत के आठ समुद्री तटों को ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन मिला है. इस पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है.
दरअसल, भारत के तटीय क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए 'इंटरनेशनल बेस्ट प्रैक्टिसेज' श्रेणी के तहत अंतरराष्ट्रीय जूरी द्वारा तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
इस पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक ट्वीट संदेश में कहा, 'यह इस मायने में एक उत्कृष्ट उपलब्धि है कि किसी भी देश के 8 समुद्री तटों को एक ही प्रयास में कभी भी सम्मानित नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन संरक्षण और सतत विकास की दिशा में भारत के प्रयासों को वैश्विक मान्यता देता है.
जिन समुद्र तटों को UE BLUE FLAG से सम्मानित किया गया है इनमें आंध्र प्रदेश, केरल, गुजरात और ओडिशा के समुद्र तट शामिल हैं.
- शिवराजपुर (द्वारका-गुजरात)
- घोघला (दीव)
- कासरकोड (कर्नाटक)
- पदुबिद्री (कर्नाटक)
- कपड़ (केरल)
- रुशिकोंडा (आंध्र प्रदेश)
- गोल्डन (पुरी-ओडिशा)
- राधानगर ( अंडमान निकोबार द्वीपसमूह)
जिस अंतरराष्ट्रीय जूरी की ओर से यह सर्टिफिकेशन दिया गया है इनमें UNEP, UNWTO, FEE और IUCN शामिल हैं. जावडेकर ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'भारत एशिया-प्रशांत क्षेत्र का पहला देश है जिसने केवल 2 साल के समय में यह उपलब्धि हासिल की है.'
गौरतलब है कि जापान, दक्षिण कोरिया और संयुक्त अरब अमारात-यूएई के दो-दो समुद्र तटों को ब्लू फ्लैग से सम्मानित किया जा चुका है. इन देशों को लगभग 5 से 6 वर्ष में ब्लू फ्लैग से सम्मानित किया गया था.
भारत अब 50 'ब्लू फ्लैग' देशों के समूह में शामिल हो गया है. अगले पांच वर्षों में भारत 100 ऐसे समुद्र तटों के लिए ब्लू फ्लैग सम्मान प्राप्त करने की योजना बना रहा है.