श्रीनगर/जम्मू:जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद के पहले चुनाव में फारुक अब्दुल्ला नीत सात दलों का गुपकार गठबंधन 280 में से 110 सीटों पर जीत दर्ज कर चुका है. वहीं अब तक भाजपा 75 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.
केन्द्र शासित प्रदेश के चुनाव आयोग के अनुसार गुपकार गठबंधन 110 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है. भाजपा ने पहली बार कश्मीर में घाटी में तीन सीटें जीतकर अपना खाता खोला. डीडीसी चुनाव में पचास निर्दलीय उम्मीदवारों को विजेता घोषित किया गया है.
कांग्रेस ने 26 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि जम्मू और कश्मीर पार्टी (JKAP) ने 12 काउंसिल की सीटों पर जीत दर्ज कर निराशाजनक प्रदर्शन किया है.
हकीम मोहम्मद यासीन की पीडीएफ और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी को दो-दो सीटें मिलीं, जबकि बसपा भी एक सीट जीतने में सफल रही.
बांदीपुरा के हाजिन में एक और कुपवाड़ा के ड्रामुल्ला में दो सीटों पर मतगणना रोक दी गई.
पीडीपी के युवा नेता वहीद पारा, जो राष्ट्रीय जांच एजेंसी के एक आतंकी फंडिंग मामले में गिरफ्तार होने के बाद जेल में हैं, उन्होंने पुलवामा एक से जीत हासिल की और भाजपा के सज्जाद अहमद रैना के खिलाफ 1,323 वोट हासिल किए, जिन्होंने केवल 321 वोट हासिल किए.
केन्द्र शासित प्रदेश में डीडीसी का चुनाव 28 नवम्बर से शुरू होकर आठ चरणों में पूरा हुआ. अगस्त, 2019 में संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद प्रदेश में यह पहला चुनाव है. चुनाव में कुल 280 सीटें (जम्मू की 140 और कश्मीर की 140) पर मतदान हुआ है.