श्रीनगर :जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने लगभग 12000 रिक्त पंचायत सीटों और ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल (बीडीसी) के उपचुनाव कराने के लिए एक शीर्ष समिति और दो मंडल स्तरीय समितियों का गठन किया है. ये समितियां चुनाव का रोडमैप तैयार करेंगी.
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार शीर्ष समिति में गृह विभाग के प्रमुख सचिव और जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के कमिश्नर सेक्रेटरी इसके सदस्य होंगे.
आदेश में आगे कहा गया है कि जम्मू और कश्मीर में दो डिवीजनल स्तर की समितियां होंगी जिनमें डिवीजनल कमिश्नर, आईजीपी और रूरल डेवलपमेंट के डायरेक्टर्स होंगे. ये लोग जम्मू-कश्मीर में रिक्त पंचायत और ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल के लिए चुनाव कराने के लिए ग्राउंड लेवल पर मूल्यांकन करेंगे.
संभाग स्तरीय समितियां इस महीने की 21 तारीख को अपनी रिपोर्ट सर्वोच्च समिति को प्रस्तुत करेंगी जबकि शीर्ष समिति को 28 सितंबर तक अपनी विस्तृत रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है.
आदेश में कहा गया है कि समितियां डिवीजनल स्तर की समितियों और जमीनी स्तर के आंकलन, सुरक्षा, रसद, कर्मियों, उपकरणों, जनशक्ति के मूल्यांकन, परिवहन, उपकरण और अन्य सभी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इनपुट के आधार पर अपना काम करेंगी.
नए एलजी ने प्रशासन की बागडोर संभालने के एक महीने बाद यह निर्णय लिया है और जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक प्रक्रिया को फिर से शुरू किया है जो पिछले साल 5 अगस्त को भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद सुचारू है.
नवंबर, 2018 में जब कश्मीर में चुनाव हुए तो इन सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारे गए थे, इसलिए कम से कम 12000 पंचायत सीटें कश्मीर घाटी में खाली रहीं.