नई दिल्ली : जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट और एनआरसी के खिलाफ राजघाट तक मार्च निकाल रहे थे, लेकिन इस दौरान एक युवक ने गोली चला दी जो कि जामिया के छात्र शादाब को जा लगी.
वहीं इस पूरे मामले को लेकर जामिया एलुमनाई एसोसिएशन अध्यक्ष शिफा उर रहमान ने कहा कि यह सब बीजेपी के नेताओं के द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषण का नतीजा है. इसके अलावा उन्होंने इस पूरे मामले को सुनियोजित षड्यंत्र बताया. उन्होंने कहा कि भड़काऊ भाषण देने को लेकर बीजेपी के नेताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है.
'मूक दर्शक बनी रही पुलिस'
जामिया एलुमनाई एसोसिएशन के अध्यक्ष शिफा उर रहमान ने जामिया के छात्र पर हुए हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि यह हमला एक सोची-समझी साजिश के तहत कराया गया था. साथ ही उन्होंने पुलिस पर भी पक्षपात का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस ने पहले ही यह कह दिया था कि वह इस मार्च को रोकेंगे. वहीं इस घटना के दौरान पुलिस मूकदर्शक बनकर सब कुछ देखती रही और जब प्रदर्शनकारी हमलावर की तरफ बढ़े तो पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया.
जामिया एलुमनाई एसोसिएशन के अध्यक्ष शिफा उर रहमान ने ईटीवी भारत से की बात हमलावर को सम्मानित करने की बात शर्मनाक
वहीं हिंदू महासभा द्वारा हमला करने वाले शख्स को सम्मानित करने की बात को उन्होंने शर्मनाक बताया और कहा कि हिंदू महासभा के इस बयान से समझ आता है कि देश किस ओर जा रहा है.
बीजेपी नेताओं के भड़काऊ भाषण के चलते हुआ हमला
उन्होंने कहा कि जामिया समुदाय इस घटना के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएगा. जिसके तहत उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा और बीजेपी के मॉडल टाउन से प्रत्याशी कपिल मिश्रा सहित गोली चलाने वाले व्यक्ति के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेताओं ने सीएए और एनआरसी को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर भड़काऊ भाषण दिया था, जिसका नतीजा था कि इस शख्स ने छात्रों पर गोली चलाई.
उन्होंने कहा कि जामिया समुदाय महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलता है. जबकि बीजेपी के ये नेता और हमलावर को सम्मानित करने की बात कहने वाले गोडसे के समर्थक हैं.
पढ़ें :यूपी सीएए हिंसा : पीएफआई के आठ सदस्य गिरफ्तार
सोची समझी साजिश के तहत हुआ हमला
वहीं जामिया के अध्यक्ष शिफा उर रहमान ने कहा यह हमला सोची समझी साजिश के तहत प्रदर्शन को रोकने और प्रदर्शनकारियों को भटकाने के लिए हुआ था, लेकिन वह रुकने वाले नहीं है. यह प्रदर्शन लगातार तब तक जारी रहेगा जब तक सीएए और एनआरसी वापस नहीं लिया जाता. वहीं जामिया एलुमनाई एसोसिएशन के अध्यक्ष शिफा उर रहमान ने कहा कि इस घटना को देखते हुए एहतियातन प्रदर्शन स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई जा रही है. साथ ही वॉलिंटियर्स को और अधिक मुस्तैद किया जाएगा. जिससे भविष्य में इस तरह की घटना ना हो सके.