दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

'एसिड अटैक सर्वाइवर नहीं, गुनहगार छुपाएं चेहरा', आलोक दीक्षित से खास बातचीत - एसिड अटैक

लक्ष्मी के जीवन संघर्ष को सबसे करीब से देखने वाले उनके दोस्त आलोक दीक्षित और छपाक फिल्म में किरदार निभाने वाली एसिड अटैक सर्वाइवर रितु से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.

ETV BHARAT
डिजाइन फोटो

By

Published : Jan 13, 2020, 12:09 AM IST

नई दिल्ली: फिल्म 'छपाक' में लक्ष्मी के किरदार को दीपिका पादुकोण ने बहुत अच्छे से निभाया और उनके जीवन के संघर्ष को रुपहले पर्दे पर समाज के सामने रखा, लेकिन असल जिंदगी में एसिड अटैक सर्वाइवर्स रोजाना समाज मे फैली कुरितियों से लड़ती हैं और यहां तक मुंह ढककर गली- मोहल्लों से निकलने को बेबस हैं.

ऐसे में लक्ष्मी के जीवन संघर्ष को सबसे करीब से देखने वाले उनके दोस्त आलोक दीक्षित और छपाक फिल्म में किरदार निभाने वाली एसिड अटैक सर्वाइवर रितु से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.

'नजरिया बदलना जरूरी'

लक्ष्मी के संघर्षों के दिनों को सबसे करीब से देखने और उनका साथ देने वाले आलोक दीक्षित ने बताया कि उम्मीद है फिल्म समाज में एसिड अटैक सर्वाइवर के प्रति नजरिया बदलेगी. उन्होंने कहा कि ये फिल्म उस आखिरी इंसान तक पहुंचेगी, जहां तक एसिड अटैक कैंपेन नहीं पहुंच सका. उत्तराखंड सरकार ने फिल्म छपाक के बाद एसिड अटैक सर्वाइवर को पेंशन देने की बात कही है, ऐसे में एक उम्मीद जगी है कि बहुत सरकार और समाज मिलकर इनका हाथ थामेगा और एसिड अटैक सर्वाइवर की बेहतरी के लिए काम करेगा.

एसिड अटैक सर्वाइवर के दोस्त से ईटीवी भारत की खास बातचीत

पढ़ें- गोंदिया में दो युवकों ने लड़की के चेहरे पर फेंका तेजाब, आरोपी गिरफ्तार

'सर्वाइवर्स के प्रति बदली धारणा'

आलोक ने बताया कि एसिड अटैक सर्वाइवर्स ने बताया कि पहले पार्टी या जन्मदिन के मौके पर घर से बाहर भेज दिया जाता था लेकिन अब लोग पार्टी, शादियों में बुलाते हैं. एसिड अटैक सर्वाइवर्स के साथ सेल्फी लेते हैं. एसिड अटैक कैंपेन के तहत लोगों में जागरुकता आई है.

एसिड अटैक सर्वाइवर के दोस्त से ईटीवी भारत की खास बातचीत
'सर्वाइवर्स को चेहरा छुपाने की जरूरत नहीं'

फिल्म छपाक में दीपिका पादुकोण के साथ एक्टिंग करने वाली एसिड अटैक सर्वाइवर ऋतु ने बताया कि एसिड अटैक सर्वाइवर्स का दर्द कोई महसूस नहीं कर सकता. उन्होंने दर्द बयां करते हुए कहा कि जब वो घर पर रहती थीं तो लोग उनसे बात नहीं करते थे, दोस्तों ने साथ छोड़ दिया, लेकिन एसिड अटैक कैंपेन से जुड़ने और फिल्म में किरदार करने के बाद हौसला मिला. करीबियों ने समझाया कि एसिड अटैक सर्वाइवर को चेहरा छुपाने की जरूरत नहीं, जिन्होंने गुनाह किया वो चेहरा छुपाएं.

'अब कॉल-मैसेज और मिलने को फोन आते हैं'

ऋतु ने बताया कि पहले और अब में फर्क ये है कि पहले लोग बात नहीं करना चाहते थे लेकिन अब लोग कॉल करते हैं, मैसेज करते हैं. सोशल मीडिया पर बात करते हैं और मिलने को बुलाते हैं. घर से भी फोन आते हैं आने को, ऐसे में समाज में बदलाव आया और उम्मीद है जल्द पूरा समाज एसिड अटैक सर्वाइवर्स को स्वीकार करेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details