दिसपुर : 21 मई को पहले अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस पर असम में चाय की बुआई करने वालों ने 'इम्यूनिटी बूस्टर' के रूप में असम की चाय के सामान्य प्रचार के लिए भारतीय टी बोर्ड से अपील की है. नॉर्थ ईस्ट टी एसोसिएशन (एनईटीए) के सलाहकार बिद्यानंद बरककोटी ने कहा है कि जैसे पूरी दुनिया COVID-19 के खिलाफ लड़ रही है, उसी तरह चाय को प्रतिरक्षा बूस्टर के रूप में सामान्य प्रचार शुरू करने का सबसे अच्छा समय है.
उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के साथ-साथ भारतीय टी बोर्ड से भी संपर्क करने जा रहे हैं, ताकि वह एक इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में असम चाय का सामान्य प्रचार शुरू कर सकें.
पहले अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस के अवसर पर चाय उद्योग की भलाई के लिए काम करने के लिए गठित एक गैर सरकारी संगठन टी विजन ने एक पुस्तक भी प्रकाशित की है, जिसका शीर्षक है, 'टी : अ वंडर ड्रिंक फॉर हेल्थ एंड वेलनेस.'
तोकलीई टी रिसर्च इंस्टीट्यूट (TTRI) के मुख्य सलाहकार डॉ प्रदीप बरुआ द्वारा लिखित पुस्तक में चाय के रासायनिक घटकों, औषधीय, चिकित्सीय, स्वास्थ्य और पोषण संबंधी मूल्यों पर वैज्ञानिक शोधपत्रों की समीक्षा है. उन्होंने इस किताब में पूरी दुनिया में चाय पर किए गए शोध के साथ कुछ लोकप्रिय मान्यताओं पर प्रकाश डाला है.
बरककोटी ने कहा कि पुस्तक का उद्देश्य पाठकों को स्वास्थ्य और कल्याण के लिए चाय पीने के भारी लाभों के बारे में सूचित करना है.