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आज है लेफ्ट हैंडर्स डे, सब बाएं हाथ का खेल है

13 अगस्त 1992 को अंतर्राष्ट्रीय 'लेफ्ट हैंडर्स डे' की शुरुआत की. एक वार्षिक कार्यक्रम जिस दिन हर लेफ्ट हैंडर्स अपनी पहचान का जश्न मना सकते हैं और लेफ्टी होने के फायदे और नुकसान के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ा सकते हैं. पढें ये खास रिपोर्ट...

आज है लेफ्ट हैंडर्स डे
आज है लेफ्ट हैंडर्स डे

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Published : Aug 13, 2020, 9:21 AM IST

Updated : Aug 13, 2020, 11:03 AM IST

हैदराबादः 13 अगस्त अंतर्राष्ट्रीय 'लेफ्ट हैन्डर्स डे' के रूप में मनाया जाता है. यह दिन उन सभी लोगों के सम्मान में मनाया जाता है जिन्होंने अपने बाएं हाथ से कामकर दुनिया में नाम कमाया है. हम भी सभी लैफ्ट हैंडर्स को सलाम करते हैं.

वैज्ञानिक यह नहीं जानते कि किसी व्यक्ति में दाएं हाथ की अपेक्षा बाएं हाथ का विकास क्यों हो जाता है. माना जाता है कि यदि मां-बाप में से कोई एक लेफ्टी है तो बच्चा भी लेफ्टी हो सकता है. कुछ समुदायों में बाएं हाथ से काम करना अच्छा नहीं माना जाता, उन्हें अशुभ की दृष्टि से देखा जाता है. कई बार मां-बाप भी इस बात से डर जाते हैं कि लेफ्टी होने की वजह से उनका बहिष्कार न कर दिया जाए. लेकिन अब ये देखा जा रहा है कि समाज में इस मानसिकता में बहुत हद तक कमी आई है.

लेफ्ट हैन्डर्स डे उन लोगों के लिए जो बाएं हाथ से लिखते हैं, पकड़ते हैं, फेंकते हैं और खाते हैं. वे दुनिया को बस थोड़ा अलग तरीके से देखते हैं. एक रेस्तरां में वे उस सीट की तलाश करते हैं जहां वे अपनी कोहनी को आराम से टिका सकें.

लेफ्ट हैंडर्स डे यानि जानें वाम हस्त दिवस का इतिहास

13 अगस्त 1992 को अंतर्राष्ट्रीय लेफ्ट-हैंडर्स डे की शुरुआत हुई. एक वार्षिक कार्यक्रम जिस दिन हर लेफ्ट-हैंडर्स अपनी पहचान का जश्न मना सकते हैं और लेफ्टी होने के फायदे और नुकसान के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ा सकते हैं.

यह कार्यक्रम अब दुनिया भर में मनाया जाता है, और अकेले ब्रिटेन में हाल के वर्षों में 20 से अधिक क्षेत्रीय कार्यक्रम हुए. बाएं हाथ की चाय पार्टी, बाएं हाथ से खेलकूद, बाएं हाथ से जश्न, इन सबके लिए प्रोत्साहित किया गया. इस दिन एक तरफ जहां बाएं हाथ की रचनात्मकता, अनुकूलनशीलता और खेल कौशल का जश्न मनाया जाता है वहीं दूसरी तरफ दाएं हाथ के लोगों को हर रोज बाएं हाथ की वस्तुओं को देखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.

इन घटनाओं ने रोजमर्रा की जिंदगी में बाएं हाथ के अनुभव की कठिनाइयों और कुंठाओं के विषय में जागरूकता बढ़ाई और सफलतापूर्वक उत्पाद डिजाइन में सुधार किया. हालांकि अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है.

लेफ्ट-हैंडर्स क्लब

लेफ्ट-हैंडर्स क्लब का गठन 1990 में किया गया था जिसका उद्देश्य सदस्यों को विकास के संपर्क में रखना, निर्माताओं और अन्य लोगों के बारे में अपने विचार रखना, मदद करना और सलाह-मशविरा करना, लेफ्ट-हैंडनेस में रिसर्च को बढ़ावा देना और नए लेफ्ट-हैंडेड आइटम्स का विकास करना था. अपने गठन के बाद से क्लब दुनिया भर के सदस्यों के साथ मजबूत हो गया और इसे बाएं हाथ के सभी पहलुओं पर सबसे महत्वपूर्ण समूह और सलाह केंद्र के रूप में माना जाता है. लेफ्ट हैंडर्स क्लब ने इस दिन का पहला वार्षिक कार्यक्रम 13 अगस्त 1992 को शुरू किया था. इस आयोजन का उद्देश्य लेफ्ट हैंडर्स के लिए अपनी खुशी जाहिर करना था साथ ही लेफ्टी होने के फायदे और नुकसान के प्रति जनता की जागरूकता को बढ़ाना था. यह आयोजन अब दुनिया भर में मनाया जाता है.

लगभग 10 प्रतिशत आबादी बाएं हाथ से काम करती है. लेफ्टी होने के कुछ फायदे और नुकसान हैं. आइये इनके बारे में जानते हैं

फायदा

  • लेफ्टी होशियार और बुद्धिमान होते हैं
    मल्टीटास्किंग में बेहतर होते हैं
  • लेफ्टी लोगों की स्मरणशक्ति तेज होती है
  • लेफ्टी कला में अच्छे होते हैं
  • स्ट्रोक से लेफ्टी जल्दी ठीक होते हैं
  • तेज टाइपिस्ट होते हैं

नुकसान

  • लेफ्टी महिलाओं को स्तन कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है
  • लेफ्टी लोगों में पीरियॉडिक लिम्ब मूवमेंट डिसऑर्डर होने का खतरा ज्यादा रहता है
  • लेफ्टी लोगों को मानसिक परेशानियां जैसे तनाव, बायपोलर डिसऑर्डर, मूड स्विंग की परेशानियां ज्यादा होती हैं
  • द ब्रिटिश जर्नल ऑफ हेल्थ साइकोलॉजी में प्रकाशित 2011 के एक अध्ययन ने संकेत दिया कि लेफ्टी अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं.

दुनिया के लोकप्रिय लेफ्टी हस्तियां

लियोनार्डो दा विंची

लियोनार्डो दा विंची शायद सबसे प्रसिद्ध बाएं हाथ के कलाकारों में से एक है. म्यूजियम ऑफ साइंस के अनुसार, दा विंची को अपने दर्पण लेखन के लिए जाना जाता था. बाएं से दाएं लिखना एक लेफ्टी के लिए थोड़ा मुश्किल होता है.

लियोनार्डो दा विंची

महात्मा गांधी

आजाद भारत और जिस व्यक्ति के साथ दुनिया हमारे देश को पहचानती है वो हैं महात्मा गांधी. ये भी बाएं हाथ से लिखते थे. अगर आप भारतीय होने पर गर्व करते हैं, तो लेफ्टी होने के एक और कारण पर भी गर्व कीजिए.

महात्मा गांधी

मदर टेरेसा

रोमन कैथोलिक नन मदर टेरेसा कई चीजों के लिए जानी जाती हैं, जिनमें से एक है उनका लेफ्टी होना. उनके हस्ताक्षरित दस्तावेजों की तस्वीरों में, उन्हें अपने बाएं हाथ का उपयोग करते हुए देखा जा सकता है.

मदर टेरेसा

नेपोलियन बोनापार्ट

नेपोलियन बोनापार्ट भी लेफ्टी थे और उन्होंने दाएं हाथ में हथियार के साथ सड़क के बाईं ओर सेना के मार्च करने पर आपत्ति जताई थी. ऐसी परेशानी का सामना उनके जैसे कई लेफ्टी को हुई थी.

नेपोलियन बोनापार्ट

चार्ली चैपलिन

हालांकि चार्ली चैपलिन को मुख्य रूप से उनकी मूक फिल्म-युग की कॉमेडी के लिए जाना जाता है लेकिन चार्ली कभी-कभार अपने हाथों में वायलिन के साथ परदे पर देखे जा सकते हैं जिसमें वो बाएं हाथ से वायलिन बजाते नजर आते हैं. वास्तव में एक साथी कलाकार स्टैन लॉरेल ने याद किया कि 1912 में अमेरिकी दौरे के दौरान चैपलिन के अपने वायलिन पर तार उलटे थे ताकि उन्हें सहूलियत हो.

चार्ली चैपलिन

अरस्तू

कॉनकॉर्डिया विश्वविद्यालय के अनुसार, 322 ईसा पूर्व ग्रीक विचारक ने अपने बाएं हाथ से अपने दार्शनिक विचारों को लिखा था.

अरस्तू

जूलियस सीजर

द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, रोमन तानाशाह, राजनेता और सैन्य जनरल जूलियस सीजर, जो 100 ई.पू. से 44 ई.पू. रहे वे बाएं हाथ के थे.

जूलियस सीजर

बराक ओबामा

जब बराक ओबामा ने 20 जनवरी, 2009 को अपने पहले कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए तो उन्होंने मजाक में कहा कि यह सही है कि मैं लेफ्टी हूं. इसकी आदत हो जाएगी.

बराक ओबामा

नरेंद्र मोदी

भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे प्रसिद्ध बाएं हाथ के नेताओं में से एक हैं.

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी

बिल गेट्स

बिल गेट्स जिन्हें Microsoft के प्रमुख संस्थापक के रूप में जाना जाता है वे भी बाएं हाथ से काम करते हैं.

बिल गेट्स

रतन टाटा

प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा बाएं हाथ के हैं. वास्तव में साल 2015 से टाटा का ट्रस्ट इंडियन लेफ्ट हैंडलर क्लब को छात्रवृत्ति भी दे रहे हैं.

रतन टाटा

अमिताभ बच्चन

बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन भी बाएं हाथ के हैं.

अमिताभ बच्चन

सचिन तेंदुलकर

सचिन अपने दाहिने हाथ से बल्लेबाजी करते हैं लेकिन ऑटोग्राफ पर हस्ताक्षर अपने बाएं हाथ से करते हैं.

सचिन तेंदुलकर

सौरव गांगुली

हर क्रिकेट फैन जो उन्हें देखता है वह जानता है कि दादा लिखने के लिए अपने दाहिने हाथ का उपयोग करते हैं और दाएं हाथ से भी गेंदबाजी करते हैं, लेकिन अपने बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं.

सौरव गांगुली

क्रिस्टियानो रोनाल्डो

इस लड़के ने फुटबॉल की दुनिया में शानदार काम किया है जिसमें वह अपने दोनों पैरों से खेलता है. उन्होंने खुद को दोनों पैरों से फुटबॉल खेलने के योग्य बनाया. उन्हें अपने फुटवर्क और ड्रिबलिंग कौशल के संबंध में सबसे कुशल खिलाड़ी माना जाता है.

क्रिस्टियानो रोनाल्डो

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Last Updated : Aug 13, 2020, 11:03 AM IST

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