प्रयागरज: जिले की नैनी कोतवाली के चकरघुनाथ मोहल्ले में मंगलवार देर रात इंस्पेक्टर का लड़का गोली लगने से घायल हो गया था. गंभीर रूप से घायल लड़के को आनन-फानन में एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया. शहर में घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो छोटी बहन ने बताया कि बदमाशों ने गोली मारी है. पुलिस को पूरा मामला संदिग्ध लगा. काफी देर तक छानबीन के बाद पता चला कि कोई बदमाश घर में नहीं घुसा था, बल्कि घर के अंदर से ही किसी ने घटना को अंजाम दिया है. पुलिस ने पूछताछ कि, तो पता चला कि बहन ने भाई को गोली मारी थी.
पुलिस को मामला लगा संदिग्ध
नैनी के चकरघुनाथ मोहल्ले के रहने वाले सभाजीत सिंह आजमगढ़ जिले में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं. घर पर उनकी पत्नी सुभद्रा देवी और बेटा अमरेंद्र सिंह और बेटी रहती हैं. अमरेंद्र सिंह जीआईसी में कक्षा 11वीं में पढ़ता है. मंगलवार की रात अमरेंद्र के कमरे से गोली के तड़तड़ाने की आवाज आई. इससे हड़कंप मच गया. मां दौड़ते हुए नीचे पहुंची और शोरगुल सुनकर मोहल्ले के लोग भी पहुंच गए. अमरेंद्र खून से लथपथ अवस्था में पड़ा था. तत्काल उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसे तीन गोली लगी थी. सूचना पाकर एसपी और सीओ सहित कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस को मामला संदिग्ध लगा, नैनी इंस्पेक्टर जितेन कुमार सिंह ने आस-पड़ोस के लोगों से जानकारी हासिल की. वहीं, सामने लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले गए. इंस्पेक्टर के अनुसार किसी भी बदमाश का आने-जाने का कोई सुराग नहीं मिला. पुलिस उसी वक्त मामले की गहनता से छानबीन करने लगी.
घायल की बहन ने की पुलिस को गुमराह करने की कोशिश