नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस महामारी के दौरान कथित इस्लामोफोबिया को लेकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में नाराजगी देखने को मिली. बीते कुछ दिनों में यूएई के शाही परिवारों के धार्मिक विद्वान सदस्यों ने भारत में फैल रही नफरत पर सरकार से काबू करने की भी बात कही.
इसी कड़ी में यूएई के शाही परिवार की सदस्य और मुखर आलोचक राजकुमारी हेंद अल कासेमी (Princess Hend Al Qassemi) का कहना है कि भारत में नफरत बहुत बढ़ गई है.
उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश को समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत गांधी का देश है, उनके पास भगवद् गीता भी है और वह भारत में अपनी पिछली यात्रा के दौरान योग शिविरों में भाग भी ले चुकीं हैं.
इस संबंध में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा ने राजकुमारी हेंद अल कासेमी (Princess Hend Al Qassemi) के साथ खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यूएई में नफरत भरा भाषण एक बड़ा अपराध है और इसके दोषी को कानून द्वारा बख्शा नहीं जाएगा.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि खाड़ी देशों में 90 लाख भारतीय प्रवासियों में से अधिकतर संयुक्त अरब अमीरात में हैं, जिनकी संख्या करीब 33 लाख है. उन्होंने कहा कि वे सब परिश्रमी और ईमानदार हैं और उन्हें आसानी से वीजा दिया जाता है.