नई दिल्ली : जब से ब्रिटेन की मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी ने लोगों को अमेरिकी दवा निर्माता फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक द्वारा उत्पादित कोविड-19 वैक्सीन प्राप्त करने के लिए अस्थायी प्राधिकरण दिया है. वहीं भारत के लोगों ने वैक्सीन की खुराक प्राप्त करने के लिए यूके जाने के लिए अपनी रुचि व्यक्त की है.
इस बारे में ईटीवी भारत से बात करते हुए ट्रैवल एजेंसी एचआईएस इंडिया के मैनेजर अनुज आनंद ने कहा, 'हां हमें अपने कस्टमर से बहुत सारी क्वेरीज और वैक्सीन लेने के लिए जरूरी औपचारिकताएं देनी पड़ रही हैं.'
उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास वीजा है, उन्हें पहले ही टिकट मिल चुका है.
ईटीवी भारत से बात करते अनुज आनंद आनंद ने कहा, 'हमें नहीं लगता कि ब्रिटिश सरकार कोई औपचारिकता करेगी या इसके लिए कोई प्रक्रिया करेगी, ताकि लोगों के यूके जाने पर भी वैक्सीन मिल सके.'
आनंद ने आगे कहा कि उनका संगठन ऐसे टूर पैकेज को लॉन्च करना पसंद करेगा, जहां लोग यूके में वैक्सीन प्राप्त कर सकते हैं. हालांकि, एक जापानी कंपनी, HIS ट्रैवल एजेंसी अन्य देशों के लिए भी बुकिंग कर रही है.
इसी तरह अन्य ट्रेवल एजेंसियां भी राष्ट्रीय राजधानी में पहले से ही कोविड-19 वैक्सीन पैकेज के साथ लोगों को आकर्षित करना शुरू कर दिया है.
हाल ही में मुंबई स्थित एक एजेंसी जेम टूर्स एंड ट्रैवल्स ने कथित तौर पर अपने ग्राहकों के लिए कोविड-19 वैक्सीन टोरसिम पैकेज की घोषणा की है.
जेम टूर्स एंड ट्रैवल्स द्वारा दिए गए टूर पैकेज की कीमत कथित तौर पर 1,74,999 रुपये है, जिसमें मुंबई-न्यूयॉर्क-मुंबई एयरफेयर, टीके की एक खुराक के साथ तीन रात / चार दिन रुकना शामिल है.
ईटीवी भारत ने जब जेम टूर्स एंड ट्रैवल्स से संपर्क करने की कोशिश की, तो कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया.
गौरतलब है कि ब्रिटेन दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने कोविड-19 वैक्सीन का परीक्षण किया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या वैक्सीन अन्य देशों के लोगों के लिए उपलब्ध होगी, क्योंकि ब्रिटेन में प्राधिकरण सीमित संख्या में खुराक वितरित करने की पुरजोर कोशिश कर रहा है.
एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स (AHPI) के महानिदेशक डॉ. गिरिधर ग्यानी ने बताया कि अन्य देशों के लोगों के लिए कोविड-19 वैक्सीन को तुरंत प्राप्त करना आसान नहीं होगा.
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वर्तमान में यूके में कोविड-19 वैक्सीन राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) के तहत वितरित की जाएगी. इसलिए, दूसरों के लिए वैक्सीन तुरंत प्राप्त करना संभव नहीं हो सकता है.
डॉ. ग्यानी ने कहा कि एनएचएस ब्रिटेन में सरकार द्वारा वित्त पोषित चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा है, जो यह सुनिश्चित करता है कि यूके में रहने वाले सभी लोगों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं मिलें.
आंकड़े बताते हैं कि पांच लाख से अधिक भारतीयों ने अगस्त 2018 से 2019 तक ब्रिटेन की यात्रा की है. हालांकि, कोरोना संक्रमण के बाद इन आंकड़ों में तेजी से गिरावट आई है.