नई दिल्ली : भारतीय नौसेना और रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के बीच 23 और 24 सितंबर को पूर्वी हिंद महासागर रीजन में नौसैनिक अभ्यास शुरू हो गया है. इस अभ्यास में ऑस्ट्रेलियाई की ओर से HMAS होबार्ट और भारतीय नौसेना की ओर से सह्याद्री और कर्मुक पोत शामिल होंगे.
भारतीय और रॉयल ऑस्ट्रेलियन नौसेना का संयुक्त अभ्यास. इससे पहले आपसी विश्वास और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए चार सितंबर को बंगाल की खाड़ी में भारतीय और रूसी नौसेना के बीच द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास किया गया था.
पूर्वी हिंद महासागर रीजन में चल रहा अभ्यास. भारत और चीन के बीच पिछले 5 महीने से सरहद (LAC) पर जारी तनाव को कम करने की कोशिशों के बीच हाल ही दोनों देशों के बीच LAC पर अब और अधिक सैनिक न भेजने पर सहमति बनी है. भारत और चीन के बीच वरिष्ठ कमांडरों की बैठक के छठे दौर की वार्ता के बाद दोनों देशों को संयुक्त विज्ञाप्ति जारी की. विज्ञाप्ति के मुताबिक दोनों पक्षों ने भारत - चीन सीमा क्षेत्रों में एलएसी पर मौजूदा स्थिति को स्थिर पर गहन विचार किया.
इस दौरान दोनों देशों के नेताओं द्वारा महत्वपूर्ण सहमति को लागू करने, जमीन पर संचार को मजबूत करने, गलतफहमी और गलतफहमी से बचने, मोर्चे पर अधिक सैनिकों को भेजने से रोकने, एकतरफा यथास्थिति को बदलने से परहेज करने करने पर सहमत हुए.
HMAS होबार्ट ओर सह्याद्री, कर्मुक पोत कर रहे अभ्यास.
इससे पहले सूत्रों ने बताया कि कमांडर स्तर की छठे दौर की वार्ता के दौरान चीन ने भारत से 29 अगस्त के बाद पैंगोंग त्सो के दक्षिण तट पर कब्जे में ली पॉजिशन को खाली करने के लिए कहा. इस दौरान भारत ने जोर देकर कहा कि चीन को पूर्वी लद्दाख में अप्रैल-मई'20 समय से पहले मौजूद पॉजिशन पर वापस जाना चाहिए. वहीं सूत्रों का कहना है कि भारत और चीन जमीन पर एक दूसरे से बातचीत जारी रखने और स्थिति की उग्रता से बचने के लिए संचार की लाइनों को खुला रखने पर सहमत हुए हैं.