मुंबईः भारतीय नौसेना में 27 सितबंर को अपनी स्वदेश निर्मित कलवरी श्रेणी की दूसरी डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी को सेवा में शामिल करेगी. इससे भारतीय नौसेना और ज्यादा ताकतवर होगी.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एक स्वदेश निर्मित पनडुब्बी को नौसेना के बेड़े में शामिल करेंगे. इसे आईएनएस खंडेरी के नाम से जाना जाएगा.
नौसैना की पश्चिमी कमान के एक अधिकारी ने कहा, खंडेरी को सरकार संचालित मझगांव डॉक लिमिटेड में बनाया गया है और इसे ढाई साल से अधिक समय तक कई कठोर समुद्री परीक्षणों से गुजरना पड़ा. नौसेना की सभी चिंताओं का समाधान किया गया है.
यह पनडुब्बी कई आधुनिक तकनीकों से लैस है.
यह पनडुब्बी 67.5 मीटर लंबी, 12.3 मीटर ऊंची है और इसका वजन1565 टन है. इसमें लगभग 11 किलोमीटर लंबी पाइप फिटिंग है और लगभग 60 किलोमीटर की केबल फिटिंग की गई है. स्पेशल स्टील से बनी सबमरीन में हाई टेंसाइल स्ट्रेंथ है, जो अधिक गहराई में जाकर काम करने की क्षमता रखती है.
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खंडेरी पनडुब्बी की सबसे बड़ी खासियत है कि यह 45 दिन तक पानी में रह सकती है, स्टील्थ टेक्नोलॉजी से यह रडार की पकड़ में नहीं आएगी और किसी भी मौसम में कार्य करने में सक्षम है.