नई दिल्ली :विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पिओ के साथ सोमवार को हुई वार्ता में हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति और एशिया में स्थिरता तथा सुरक्षा सहित साझा चिंताओं और हितों पर चर्चा की.
जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा, पोम्पियो का स्वागत करते हुए खुशी हुई.
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, मंत्री पोम्पिओ के साथ गर्मजोशी भरी सार्थक बैठक हुई. महत्वपूर्ण द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई. संबंधों में प्रगति की समीक्षा की. हमारी विदेशी नीति चर्चा और सहयोग विस्तारित हुआ है.'
सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं ने वर्तमान वैश्विक स्थिति और इसकी समकालीन चुनौतियों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. इसके साथ ही अफगान शांति प्रक्रिया पर चर्चा की. इस दौरान जयशंकर ने भारत की चिंता को रेखांकित करते हुए कहा कि निर्णय अफगानिस्तान में बल का इस्तेमाल किए बिना लोगों द्वारा किए जाने चाहिए.
'टू प्लस टू' वार्ता से पहले जयशंकर और पोम्पिओ ने सोमवार शाम द्विपक्षीय बैठक की और सामरिक महत्व के महत्व के मुद्दों सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
यह पता चला है कि दोनों मंत्रियों ने भारत की आगामी यूएनएससी सदस्यता के संदर्भ में बहुपक्षीय परामर्श और सहयोग पर भी चर्चा की रिपोर्टों के अनुसार, वार्ता के दौरान, भारत ने पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठाया.
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सचिव पोम्पिओ ने अफगानिस्तान और जयशंकर के बारे में अपनी राय साझा की.
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मार्क एस्पर के साथ बातचीत की. बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवाने, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह भी मौजूद थे.