नई दिल्ली : वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत- चीन तनाव के बीच भारत को जल्द ही राफेल लड़ाकू विमान की पहली खेप मिलने वाली है. भारतीय वायुसेना इसे और अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए हैमर मिसाइल से लैस करेगी. इसकी खासियत है कि यह 60-70 किमी के दायरे में दुश्मन के सारे निशाने को ध्वस्त कर सकता है. कितना भी सुरक्षित बंकर क्यों न हो, उसे तबाह करने की यह क्षमता रखता है. इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
हैमर मिसाइल एक मध्यम दूरी मार करने वाली मिसाइल है. हैमर मिसाइल के राफेल में लैस हो जाने के बाद दुश्मन के बंकरों को आसानी से निशाना बनाया जा सकता है, चाहे वह बंकर कितने ही मजबूत क्यों न हों. इसका इस्तेमाल पहाड़ी इलाकों जैसे पूर्वी लद्दाख में आसानी से किया जा सकता है.
हैमर मिसाइल के ऑर्डर को लेकर फ्रांस की कंपनी ने भी मंजूरी दे दी है. फ्रांस की कंपनी राफेल विमान में हैमर मिसाइल को लगाने की तैयारी में लग चुकी है. भारतीय सेना को वह जल्द ही हैमर मिसाइल उपलब्ध करवाएगी.
फ्रांस ने भरोसा दिया है कि वह इमरजेंसी जैसी स्थिति में शॉर्ट नोटिस पर मिसाइल उपलब्ध करवाएगा. फ्रांस की वायु सेना और नौसेना के पास ये मिसाइल उपलब्ध है.
जानकारी के मुताबिक फ्रांस ने दूसरे देशों के लिए हैमर मिसाइल अपने पास रखा है. लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे भारत को दे देगा.
वायुसेना इस प्रक्रिया को इमरजेंसी पावर फॉर एक्विजीशन गिवेन के तहत कर रही है. इस आदेश के अनुसार रक्षा मंत्रालय के डीएसी विभाग द्वारा भारतीय सेना को यह अधिकार दिया गया है कि अपातकालीन हालात में 300 करोड़ तक के फंड का इस्तेमाल हथियार खरीदने के लिए किया जा सकता है.