अमृतसर : पानी में मछली पकड़ने जाने वाले मछुआरों को अक्सर सीमाओं की जानकारी नहीं होती, जिसके परिणामस्वरूप वे मछली पकड़ने के दौरान दूसरे देश की सीमा पार करते हैं और जब पुलिस इन लोगों को पकड़ती है, तो उन्हें पता चलता है कि हम दूसरे देश की सीमा में प्रवेश कर गए हैं.
इसी तरह की घटना पाकिस्तान में रहने वाले मछुआरों के साथ हुई, जो मछली पकड़ने के दौरान भारतीय सीमा में प्रवेश कर गए और गुजरात पुलिस द्वारा पकड़े गए. इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. आज यह मछुआरे अपने घर लौट रहे हैं.
पाकिस्तानी मछुआरों को भारत ने किया रिहा इनमें से कुछ मछुआरे लगभग 18 साल की उम्र के हैं और उनमें से कुछ चार साल बाद अपने घर जा रहे हैं और कुछ ढाई साल बाद. इनमें से 13 मछुआरे गुजरात की कच्छ जेल और सात पोरबंदर जेल में बंद थे.
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मंगलवार को अटारी-वाघा सीमा पर पहुंचे कैदियों ने कहा उनके एक साथी की मौत हो गई और एक अभी भी जेल में है. उन्होंने सरकार से अपील की है कि उन्हें भी रिहा कर दिया जाए और अगर वह रिहा हों जाएं, तो हमें बहुत खुशी होगी.