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बाबरी पर आलोचना खारिज, संबंध ठीक करना पाक के हाथ : विदेश मंत्रालय

बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सभी 32 आरोपियों को बरी किए जाने के फैसले की पाकिस्तान द्वारा आलोचना करने का भारत ने कड़ाई से प्रतिवाद करते हुए कहा कि पड़ोसी देश के लिए लोकतंत्र और कानून के शासन को समझना कठिन है जहां 'दमन तंत्र' है. भारत के साथ सामान्य संबंध बहाल करने से जुड़े सवाल पर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि संबंध सामान्य करने का वातावरण निर्मित करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है.

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Published : Oct 1, 2020, 11:02 PM IST

Updated : Oct 2, 2020, 4:15 AM IST

बाबरी फैसले पर विदेश मंत्रालय
बाबरी फैसले पर विदेश मंत्रालय

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के अयोध्या से जुड़े साल 1992 के एक केस में सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले पर पाक ने भारत की आलोचना की थी. इसके जवाब में विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाक में दमन तंत्र है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'भारत परिपक्व लोकतंत्र है जहां की सरकार और लोग अदालत के फैसले का पालन करते हैं और कानून का सम्मान करते हैं.' वह फैसले पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे.

उन्होंने कहा, 'दमन तंत्र वाली व्यवस्था को इस तरह के लोकतांत्रिक मूल्यों के बारे में समझना कठिन होगा जहां प्रतिष्ठान की इच्छा पर लोगों और अदालतों को दबाया जाता है.'

गौरतलब है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को मामले में सभी आरोपियों के बरी किए जाने की निंदा की थी. पाक ने भारत सरकार से आग्रह किया था कि अल्पसंख्यकों और खासकर मुस्लिमों एवं उनके पूजा स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करें.

बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया था.

संबंध सामान्य करना पाक के हाथ में

इसके अलावा एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य करने का वातावरण निर्मित करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारत आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण में पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंध चाहता है और ऐसे वातावरण का निर्माण करना इस्लामाबाद की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान के विषय में, सरकार ने अवगत करा दिया है कि वह आतंक और हिंसा मुक्त वातावरण में पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंध चाहती है इसलिए ऐसे वातावरण का निर्माण करना पाकिस्तान की जिम्मेदारी है.'

'पड़ोसी प्रथम की नीति'

श्रीवास्तव ने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ कामकाज बढ़ाने के भारत के प्रयासों से उसकी 'पड़ोसी प्रथम की नीति' परिलक्षित होती है.

पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश, म्यांमा, मालदीव और अन्य देशों के साथ संबंधों को विस्तार देने के लिए भारत के प्रयासों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में श्रीवास्तव ने कहा, 'इससे हमारी पड़ोसी प्रथम की नीति का पता चलता है जिसके तहत सरकार हमारे पड़ोसियों के साथ दोस्ताना और लाभकारी संबंध रखने के लिए प्रतिबद्ध है.'

उन्होंने कहा, 'इन देशों के साथ विकास को लेकर हमारा विस्तृत सहयोग है और हम अधिक संपर्क साधने, उन्नत अवसंरचना और लोगों के बीच संबंध बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं.'

पाक में भारत विरोधी दुष्प्रचार

पाक से ही जुड़े एक अन्य घटनाक्रम पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान से भारत आए 11 प्रवासी हिंदुओं की मौत के मामले में पाकिस्तान, भारत विरोधी दुष्प्रचार को बढ़ावा दे रहा है. भारत ने कहा कि हाल ही में इस्लामाबाद में कुछ लोगों ने हिंदू समुदाय से होने का दावा करते हुए धरना प्रदर्शन किया था.

गौरतलब है कि राजस्थान के जोधपुर जिले में अगस्त में पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों के एक परिवार के 11 सदस्य एक खेत में मृत अवस्था में पाए गए थे. भील समुदाय के ये लोग 2015 में पाकिस्तान के सिंध प्रांत से भारत आए थे.

इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के पास भारत विरोधी प्रदर्शन के सवाल पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह पाकिस्तानी अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वह भारतीय उच्चायोग और उसमें काम करने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करें.

Last Updated : Oct 2, 2020, 4:15 AM IST

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