नई दिल्ली : राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य पालन एवं डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा की भारत का डेयरी क्षेत्र वैश्विक स्तर पर उद्यमियों के लिए कई संभावनाएं प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि 2013-14 की तुलना में 2018-19 में 36.35 फीसदी दुग्ध उत्पादन बढ़ा है और प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 2013-14 में 307 ग्राम प्रतिदिन से बढ़कर 2018-19 में 394 ग्राम प्रतिदिन हो गई.
उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्ष से भारत दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक देश बना हुआ है. भारत सरकार द्वारा पशुधन की उत्पादकता बढ़ाने के लिए शुरू किए गए कई उपायों में इस अभूतपूर्व वृद्धि का योगदान है. दूध का उत्पादन 2013-14 में 137.7 मिलियन टन से बढ़कर 2018-19 में 187.75 टन हो गया, इसमे 36.35 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
गिरिराज ने कहा कि 2009-14 की अवधि के दौरान दूध उत्पादन की वार्षिक वृद्धि दर 4.2% थी, जो 2014-19 के दौरान बढ़कर 6.4% हो गई. 2014-19 के दौरान विश्व दुग्ध उत्पादन की वार्षिक वृद्धि दर 1.2% बढ़ी है.
उन्होंने कहा कि पशुधन क्षेत्र भूमिहीन और सीमांत किसानों की आजीविका और सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देता है, भारत में लगभग 70 मिलियन ग्रामीण परिवार डेयरी में संलग्न हैं. इनके पास कुल 80 फीसदी गाएं हैं.