नई दिल्ली: मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की निदेशक प्रोफेसर और प्रमुख सामुदायिक चिकित्सक डॉ. सुनीला गर्ग ने कहा कि कई देश कोरोना टीके को लेने की दौड़ में शामिल हैं. कई उच्च और मध्य-आय वाले देशों ने पहले अपनी आबादी को कवर करने के लिए वैक्सीन की खुराक हासिल करने को प्राथमिकता दी है. ऐसे में भारत एक सुरक्षित स्थिति में है, जहां कोविड वैक्सीन टीके की कमी नहीं होगी.
डॉ. गर्ग ने कहा कि कई विकासशील देशों को फाइजर वैक्सीन मिल गई है और उनमें से कुछ को चीनी वैक्सीन की सुविधा मिल गई है. इसी दौरान भारत के कई कोविड-19 वैक्सीन उम्मीदवार एडवांस स्टेज में हैं. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशिल्ड वैक्सीन को बहुत जल्द ही आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी प्राप्त होने की संभावना है. उनका टीका पहले ही विदेश में ट्रायल में पास हो चुका है.
भारत बायोटेक की कोवैक्सिन भी तीसरे स्टेज में है. इसका पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में सफल परिणाम दिखा. डॉ. गर्ग ने कहा कि भारत बायोटेक की वैक्सीन के परिणाम इम्यून प्रतिरक्षा को दर्शाते हैं और यह वैक्सीन आईसीएमआर द्वारा समर्थित है.
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डॉ. गर्ग ने कहा कि फिर हमारे पास जायडस कैडिला से वैक्सीन उम्मीदवार हैं. जहां तक टीकाकरण का संबंध है, हमारा देश अन्य देशों की आवश्यकता को भी पूरा कर रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि कोविड 19 वैक्सीन भारत के लिए कोई समस्या नहीं है. यहां कई शहरों में लोगों ने हार्ड इम्यूनिटी हासिल कर ली है. मुंबई और यहां तक कि दिल्ली जैसे शहरों में भी लोगों के अंदर कड़ी प्रतिरक्षा पाई गई है. भारत इस महामारी से बहुत अच्छी तरह निपट रहा है.