न्यूयॉर्क : शुक्रवार को UNGA की 74वीं बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद के खतरे के प्रति विश्व समुदाय को चेताया. उन्होंने इसके विरूद्ध वैश्विक एकजुटता का आह्वान किया.
मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को हिंदी में संबोधित करते हुए कहा, 'आतंक के नाम पर बंटी दुनिया उन सिद्धांतों को ठेस पहुंचाती है, जिनके आधार पर संयुक्त राष्ट्र का जन्म हुआ. मैं समझता हूं कि आतंकवाद के खिलाफ पूरे विश्व का एकजुट होना अनिवार्य है.'
स्वामी विवेकानंद के 125 साल पहले शिकागो में धर्म संसद में दिए संदेश का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का आज भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए शांति और सौहार्द ही, एकमात्र संदेश है.'
उन्होंने यह भी कहा, 'हम उस देश के वासी हैं जिसने दुनिया को युद्ध नहीं, बुद्ध दिए हैं, शांति का संदेश दिया है.' उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में भारत ने सबसे ज्यादा योगदान दिया है.
मोदी ने आतंकवाद को लेकर कड़ा संदेश देते हुए कहा, 'हमारी आवाज में आतंक के खिलाफ दुनिया को सतर्क करने की गंभीरता भी है, आक्रोश भी है. हम मानते हैं कि यह किसी एक देश की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया और मानवता की सबसे बड़ी चुनौतयों में से एक है.'