नई दिल्ली : वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच नौ महीने तक चलने वाले गतिरोध के बीच सिक्किम में कम से कम दो स्थानों पर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई.
पहली घटना कथित तौर पर जनवरी के पहले सप्ताह में उत्तरी सिक्किम में एलएसी के पास लाचुंग में हुई थी, जबकि दूसरी घटना नकु ला इलाके में हुई.
सूत्रों ने कहा कि पहली घटना में पीएलए के दो अधिकारी और दस सैनिक घायल हो गए, जबकि भारतीय सेना के तीन सैनिक घायल हुए थे.
एक स्रोत ने ईटीवी भारत को बताया कि पहली घटना में एक भारतीय सेना की गश्ती दल ने चीनी पीएलए को भारत और चीन के बीच नो मैंस लैंड (non-man's land ) पर बंकर स्थापित करते देखा. इसके बाद भारतीय सैनिकों ने इन बंकरों को ध्वस्त कर दिया, जिससे दोनों देशों के सौनिकों के बीच विवाद छिड़ गया. इस दौरान कई सौनिकों को चोट लगी थीं, लेकिन चोटें गंभीर नहीं थीं. हालांकि जल्द ही मामले को सुलझाया लिया गया.
सूत्रों ने कहा कि पीएलए ने नाथू ला (सिक्किम) में एक फ्लैग मीटिंग के दौरान भारतीय सेना को घटना का वीडियो-ग्राफ दिखाया था, जो सीमा को लेकर चल रही वार्ता के पांच अहम बिंदुओं में से एक था. बातचीत के चार अन्य बिंदु दौलत बेग ओल्डी और चुशुल (लद्दाख में), बुम-ला और किबिथु (अरुणाचल प्रदेश में) हैं.
दूसरी घटना की पुष्टि भारतीय सेना ने आज (सोमवार) जारी एक बयान में की. सेना ने कहा कि 20 जनवरी 2021 को उत्तरी सिक्किम के नाकुला इलाके में दोनों सेनाओं के बीच हल्की फुल्की झड़प हुई, जिसे स्थानीय कमांडरों ने स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार हल किया.
इस बयान ने मीडिया से उन रिपोर्टों को तोड़-मरोड़ कर पेश न करने से परहेज करने का अनुरोध किया, जो तथ्यात्मक रूप से गलत हो सकती हैं.