नई दिल्ली : भारत और ब्राजील ने आर्थिक नरमी के मद्देनजर वृद्धि को रफ्तार देने के लिए शनिवार को एक महत्वाकांक्षी योजना का खाका प्रस्तुत किया. इसके तहत दोनों देशों ने अपना द्विपक्षीय व्यापार 2022 तक 15 अरब डॉलर पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा. साथ ही तेल, गैस एवं खनिज क्षेत्रों में भागीदारी बढ़ाने की बात कही.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो की यहां हुई विस्तृत बातचीत में ये निर्णय लिए गए.
सूत्रों ने बताया कि गन्ना किसानों के मामले में ब्राजील के भारत के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन में जाने के मुद्दे को दोनों पक्षों ने आपसी परामर्श से सुलझाने पर सहमति की है.
दोनों नेताओं ने माना कि भारत और ब्राजील में कई समानताएं हैं. दोनों देशों को मिलाने पर संयुक्त अर्थव्यवस्था का आकार करीब 4,500 अरब डॉलर हो जाएगा तथा आबादी डेढ़ अरब होगी.
दोनों देशों के बीच 2018-19 में 8.2 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ. इसमें 3.8 अरब डॉलर के सामान का भारत ने निर्यात किया जबकि आयात 4.4 अरब डॉलर का रहा.
दोनों पक्षों ने निवेश सहयोग के लिए एक संधि पर भी हस्ताक्षर किए. इसका मकसद दोनों के बीच ऊंची वृद्धि वाले क्षेत्रों में व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए रुपरेखा बनाना है.
पढ़ें : ब्राजील के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान 15 समझौतों पर होंगे हस्ताक्षर