दिल्ली/वाशिंगटनः संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतानियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि भारत में बाघों की आबादी में वृद्धि एक अच्छा संकेत है.
उन्होंने कहा कि यह सभी प्रजातियों खासतौर से विलुप्त हो रहे जीवों के संरक्षण को प्रोत्साहित करने वाले संयुक्त राष्ट्र के लक्ष्य को पूरा करता है.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतानियो गुतारेस गौरतलब है कि पीएम मोदी ने सोमवार को अखिल भारतीय बाघ आकलन रिपोर्ट 2018 जारी की थी.
रिपोर्ट जारी करते हुए पीएम ने कहा था कि भारत दुनिया में बाघों के लिए सबसे बड़े और सुरक्षित पर्यावासों में से एक के तौर पर उभरा है.
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क्या कहती है रिपोर्ट
2006 में भारत में बाघों की आबादी 1,411 थी, जो 2019 में बढ़कर 2,967 हो गई है.
गुतारेस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमारा सतत विकास का लक्ष्य है जो जैव विविधता और सभी प्रजातियों, विशेष रूप से विलुप्तप्राय जीवों के संरक्षण को प्रोत्साहित करता है.
इसलिए, अगर विलुप्तप्राय प्रजातियों को वास्तव में संरक्षित किया जा रहा है, तो यह हमेशा एक अच्छा संकेत है.