नई दिल्ली : पाकिस्तान में गुरु नानक देव जी के जन्मस्थान पवित्र ननकाना साहिब में सिखों के साथ हिंसा हुई है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए बांग्लादेश का वीडियो भारत का बताकर शेयर किया. पाक पीएम ने अपने ट्विटर टाइमलाइन से तीनों वीडियो डिलीट कर दिए हैं, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में पुलिस मुसलमानों पर अत्याचार कर रही है.
खबरों के अनुसार गुरद्वारा ननकाना साहिब पर एक भीड़ ने हमला किया. ननकाना साहिब के स्थानीय लोगों ने सिख श्रद्धालुओं पर पथराव किया.
पाक पीएम इमरान खान ने वीडियो ट्वीट किया था, जिसके साथ उन्होंने लिखा था कि यूपी में पुलिस मुसलमानों पर अत्याचार कर रही है. दरअसल, यह बांग्लादेश की हिंसा का एक पुराना वीडियो था.
इमरान ने भारत में नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शनों के दौरान 'भारत में पुलिस हिंसा' का हवाला देते हुए तीन वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किए. इन वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, 'मोदी सरकार के जातीय सफाए के तहत भारतीय पुलिस मुसलमानों पर हमला करते हुए.'
इमरान की सीनाजोरी तब पकड़ में आ गई जब पता चला कि उन्होंने जो वीडियो ट्वीट किया है, वह सिरे से भारत का है ही नहीं. वीडियो बांग्लादेश का निकला.
इमरान का पर्दाफाश उत्तर प्रदेश पुलिस ने किया. पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं है. यह मई 2013 में बांग्लादेश के ढाका की घटना का है. यूपी पुलिस ने इंडिया टुडे के एक फैक्ट चेक का लिंक भी दिया जिससे भी साफ हुआ कि वीडियो बांग्लादेश का है. वीडियो में लोग बांग्ला भाषा बोलते नजर आ रहे हैं.
वीडियो में इमरान ने पुलिस के जिन जवानों को उत्तर प्रदेश का बताया, उनकी वर्दी पर आरएबी लिखा हुआ है. आरएबी (रैपिड एक्शन बटैलियन) बांग्लादेश पुलिस की आतंकरोधी इकाई है.