नई दिल्ली : कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रमुख मंदिरों की आय पर भी बड़ा असर पड़ा है. मंदिरों की आय न केवल मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं पर निर्भर करती है, बल्कि मंदिर परिसर में मौजूद फूल प्रसाद की दुकानें और धर्मशालाएं, अलग-अलग कार्यक्रमों के लिए किराए पर दिए जाने वाले कमरे पर टिकी होती है.
लक्ष्मी नारायण मंदिर में नहीं आ रहा कोई चढ़ावा या डोनेशन
दिल्ली के प्रमुख मंदिरों में से एक लक्ष्मी नारायण मंदिर जिसे बिरला मंदिर भी कहा जाता है. यह राजधानी में एक पर्यटन का केंद्र भी है, लेकिन कोरोना महामारी के चलते मंदिर के राजस्व पर बड़ा असर पड़ा है. कोरोना के कारण पर्यटक और श्रद्धालु मंदिर कम पहुंच रहे हैं. साथ ही मंदिर की धर्मशालाएं व मंदिर परिसर में होने वाले पेड कार्यक्रम आदि बंद हैं.
मंदिर कमेटी की तरफ से अभिषेक पाठक ने बताया कि सरकार की तरफ से जो गाइडलाइन है, उसी को फॉलो करते हुए सभी चीजें बंद रखी गई हैं. पहले मंदिर में बाहरी लोग हवन करवाने या किसी न किसी धार्मिक कार्य के लिए आते थे और किराए पर कमरा लेते थे, लेकिन अभी मंदिर में इस प्रकार से कार्यक्रमों को बंद रखा गया है और न ही मंदिर में किसी प्रकार का चढ़ावा आ रहा है.