देहरादून: उत्तराखंड की भारतीय सैन्य अकादमी देश को जांबाज अफसर देती आई है. कठिन शारीरिक और बौद्धिक प्रशिक्षण के दौरान न केवल जेंटेलमेंन कैडेट्स बल्कि अकादमी के अफसर भी इनपर खासी मेहनत करते हैं. इस दौरान ईटीवी भारत पर पहली बार खुद आईएमए कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी ने कोविड-19 के खतरे के बीच प्रशिक्षण को लेकर बरती गई एहतियातों पर जानकारी दी.
इंडियन मिलिट्री अकेडमी में 13 जून को पासिंग आउट परेड होने जा रही है. इस परेड को लेकर सभी तैयारियां भी कर ली गई हैं लेकिन पीओपी से पहले ईटीवी भारत पर पहली बार आईएमए कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी ने अकादमी में प्रशिक्षण को लेकर जानकारियों को साझा किया है. दरअसल, इस बार कोविड-19 के चलते परेड बेहद खास है और इसमें कई ऐतिहासिक बदलाव किए गए है. 13 जून शनिवार को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ और आर्म्ड आर्मी कमांडर भी जेंटेलमैन कैडेट्स की पासिंग आउट परेड के ऐतिहासिक पल को देखने पहुंच रहे हैं.
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इस बार सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर परेड की सलामी लेंगे. वहीं आईएमए कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी ने बताया कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कोविड को लेकर खास एहतियात बरती गई है. वहीं प्रशिक्षण के स्तर को कुछ समय सीमित रखकर धीरे-धीरे बढ़ाया गया है, जिसके बाद युवा अफसरों को देश की सेवा के लिए तैयार किया गया है. जबकि, पीओपी के दौरान पीओपी सेरेमनी में भले ही जेंटलमैन कैडेट्स के परिजन न रहें लेकिन सीनियर ऑफिसर्स उनके परिवार की भूमिका निभाएंगे. लाइव प्रसारण के जरिए परिजन भी अपने सपूतों को देखकर इस गौरवमयी पल के गवाह बन सकेंगे.