नई दिल्ली : कोरोना महामारी और बाढ़ के हालात का हवाला देते हुए नीट और जेईई की परीक्षाओं को टालने की अपील की जा रही है. कई विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे पर शीर्ष अदालत जाने का मन बनाया है. हालांकि सभी लोग परीक्षा टालने के पक्ष में नहीं हैं. शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि 85 प्रतिशत छात्र अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर चुके हैं. इसलिए परीक्षा टाली नहीं जाएगी. आईआईटी दिल्ली के निदेशक ने भी कहा है कि परीक्षा टालने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दोनों महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित करने की तेज होती मांगों के मद्देनजर राव का बयान आया है. उन्होंने कहा, 'इन परीक्षाओं में और देरी करने से आईआईटी के अकादमिक कैलेंडर और अभ्यर्थियों के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं. लाखों विद्यार्थियों के लिए यह अकादमिक सत्र बेकार चला जाएगा.'
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