मुंबई : महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली कथित पीड़िता आज पुलिस स्टेशन पहुंची और पुलिस के समक्ष साक्ष्य रखा. भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडे के खिलाफ पुलिस ने अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया है. पीड़िता के वकील के अनुसार अगर एफआईआर पुलिस नहीं दर्ज करती है तो वह कोर्ट में अपील कर सकती हैं.
इससे पहले महिला ने मुंडे पर शादी के बहाने और बॉलीवुड में काम दिलाने का झांसा देकर कई वर्षों तक दुष्कर्म किए जाने की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद से राकांपा की काफी किरकिरी हो रही है. मुंडे 2013 में भाजपा छोड़कर राकांपा में आ गए थे.
मुंडे ने हालांकि सभी आरोपों को झूठा बताया. उन्होंने दावा किया कि महिला ने उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए अपने मोबाइल फोन से कॉल किया था, पैसे की मांग की. इस काम में महिला की बहन और भाई भी मददगार थे. उन्होंने सबूत के तौर पर इस बावत एसएमएस होने का भी दावा किया.
हालांकि, उन्होंने यह बात मानी कि 2003 से वह एक महिला के साथ रिश्ते में हैं. उससे एक बेटा और एक बेटी भी है. वह उनका पालन-पोषण करते हैं और ये बात उनकी पत्नी को भी मालूम है.
मुंडे ने दावा किया कि 2019 से उसने और उसकी बहन ने मुझे ब्लैकमेल किया और पैसे की मांग करने लगे. 12 नवंबर, 2020 को इस मामले को लेकर पुलिस में एक शिकायत भी दर्ज कराई गई.