जोधपुर : राजस्थान के जोधपुर एयरबेस पर चल रही भारत और फ्रांस के बीच युद्धाभ्यास डेजर्ट नाइट-21 का शनिवार को तीसरा दिन है. भारतीय वायुसेना प्रमुख भी शनिवार को जोधपुर में हैं. शनिवार को फ्रांस और भारत के पायलट ने अपने-अपने अनुभव साझा किए.
भारतीय पायलट का कहना था कि राफेल को फ्रांस के पायलट के साथ उड़ाने से और ज्यादा तकनीकी जानकारी मिली है. ऐसा फ्रांस के पायलट के साथ भी हुआ, क्योंकि उन्होंने सुखोई में उड़ान भरी थी. बता दें कि रविवार को इस युद्धाभ्यास का आखिरी दिन है.
भारतीय और फ्रांस के पायलट ने शेयर किए अनुभव भारतीय पायलट ने कहा कि काफी अच्छा अनुभव रहा. हमने उनके साथ राफेल विमान को उड़ाया. इससे हमें बहुत कुछ सीखने को मिला और हमें उम्मीद है कि फ्रांस के पायलट को भी हमसे बहुत कुछ सीखने को मिला होगा. इस दौरान दोनों के बीच टेक्निकल चीजें भी शेयर की गई. उन्होंने बताया कि हमें फ्रांस की ताकत को भी देखने, समझने और सीखने का मौका मिला.
फ्रांस के पायलट ने कहा कि 3 दिन पहले इस मिशन पर हम लोग भारत आए थे. उन्होंने बताया कि हमारे लिए ये खुशी की बात थी कि हमने भारतीय वायुसेना के पायलट के साथ राफेल को लेकर अनुभव साझा किया. उन्होंने कहा कि यहां आकर बहुत ही अच्छा अनुभव रहा. उन्होंने भारतीय पायलट और फ्रांस के पायलट को लेकर कहा कि यह दोनों एक ही प्लेटफॉर्म था.
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बता दें कि यह भारत और फ्रांस के बीच होने वाले 2 वर्षीय युद्धाभ्यास गरुड़ से अलग युद्धाभ्यास है. इस युद्धाभ्यास के लिए फ्रांस की ओर से करीब 174 वायुसैनिकों के साथ राफेल, एयरबस A-330, मल्टीरोल टैंकर ट्रांसपोर्ट, A- 400 tactical ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भाग लिया, जबकि भारत से मिराज 2000, सुखोई 30, राफेल, il-78 फ्लाइट रिफिलिंग एयरक्राफ्ट, अवाक्स सहित अन्य विमानों ने भाग लिया है.
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