रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के रियावन गांव का एक युवा किसान लोगों को बिना मिट्टी के खेती करना सिखा रहे हैं. युवा किसान अरविंद धाकड़ पिछ्ले पांच साल से हायड्रोपोनिक तकनीक से नेटशेड के अंदर खेती कर स्ट्रॉबेरी, टमाटर और मिर्ची की व्यवसायिक खेती कर रहे हैं. अरविंद अब बिना मिट्टी के की जाने वाली खेती की ये खास तकनीक घर पर बागवानी करने के शौकीन लोगों को सिखा रहे हैं, जिससे शहरों में रहने वाले लोग भी अपनी छत या खाली जगह पर ताजा सब्जियों का उगा सकेंगे.
हाइड्रोपोनिक खेती के लिये जरूरी नहीं मिट्टी और खेत, युवा सिखा रहे किसानों को तकनीक - खेती की तकनीक
अगर आपके पास खेत नहीं है तो भी हाइड्रोपोनिक तकनीक से आप घर पर ही सब्जियां और फल उगा सकते हैं. रतलाम के युवा किसान लोगों को सिखा रहे हैं बिना मिट्टी की खेती. देखें वीडियो....
रियावन गांव के अरविंद धाकड़ पिछ्ले पांच वर्षों से हायड्रोपोनिक तकनीक से नेटशेड के अन्दर खेती कर स्ट्रॉबेरी, टमाटर और मिर्ची की व्यवसायिक खेती कर रहे हैं. अरविंद जब उद्यनीकी विभाग के अनुभव टूर पर इजरायल गए थे तब उन्हें हाइड्रोपोनिक तकनीक से खेती की प्रेरणा मिली थी. उन्होंने प्रायोगिक तौर पर स्ट्रॉबेरी लगाकर अच्छा मुनाफा कमाया, जिसके बाद वे अब मिट्टी के बिना की जाने वाली खेती की तकनीक लोगों को सिखा रहे हैं.
खास बात यह है की जिन लोगों के पास खेत नहीं हैं और जो घर पर बागवानी करना चाहते ऐसे लोग भी इस तकनीक से अपनी छत या खाली जगह पर ताजा सब्जियों का उत्पादन कर सकेंगे. रियावन के युवा किसान अरविंद धाकड़ से हायड्रोपोनिक तकनीक सीखने बड़ी संख्या में लोग उनकी नर्सरी पर पहुंच रहे हैं.