नई दिल्ली :चीनी सैनिकों ने गुरुवार (तीन सितंबर) को अरुणाचल प्रदेश के अपर सुबनसिरी जिले के नाचो गांव के पांच शिकारियों को अगवा कर लिया है. यह सभी शस्त्र से लैस थे और टैगिन जनजाति से आते हैं. इस क्षेत्र के सांसद ने ईटीवी भारत को इस बात की जानकारी दी है.
सांसद तापिर गाओ ने फोन पर कहा, 'शिकारियों की टीम में छह लोग थे. चीनी सैनिक पांच को पकड़ कर ले गए, जबकि एक शिकारी भागने में सफल रहा. मैंने नाचो में उनके परिजनों और रिश्तेदारों से बात की और उन्होंने गुरुवार की घटना की पुष्टि की है.'
इस घटना से भारत और चीन के बीच चार महीने से अधिक समय से चल रहे सैन्य तनाव में इजाफा होने की आशंका है, क्योंकि शुक्रवार रात मॉस्को में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक से इतर दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच हुई कूटनीतिक वार्ता के बावजूद गतिरोध कम होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं.
पांचों शिकारियों को नाचो गांव से उत्तर की ओर जाने वाले रेजांगला दर्रा से पकड़ा गया, जो मैकमोहन रेखा (एमएल) पर स्थित है, यह चीन और अरुणाचल प्रदेश के बीच की वास्तविक सीमा है.
राज्य में चीनी घुसपैठ के बारे में मुखर होकर बोलने वाले गाओ ने कहा कि चिंता की बात यह है कि चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश के अंदर आ सकते हैं.
चीन मैकमोहन रेखा को मान्यता नहीं देता है और अरुणाचल प्रदेश को अपने क्षेत्र के रूप में दावा करता है और इस क्षेत्र को 'दक्षिणी तिब्बत' बताता है.