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कंगना का आरोप- मुंबई दफ्तर तोड़ने पहुंचे बीएमसी अधिकारी

अभिनेत्री कंगना रनौत को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पर स्वीकृति दे दी है. सूत्रों ने यह दावा किया है. इससे पहले हिमाचल प्रदेश की सरकार ने कंगना को सुरक्षा देने की बात कही थी. कंगना ने इस बात पर प्रतिक्रिया भी दी है. अब कंगना रनौत ने बीएमसी पर भी ट्वीट करके आरोप लगाए हैं. पढ़ें विस्तार से....

कंगना को वाई श्रेणी की सुरक्षा
कंगना को वाई श्रेणी की सुरक्षा

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Published : Sep 7, 2020, 11:26 AM IST

Updated : Sep 7, 2020, 11:01 PM IST

नई दिल्ली :केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कंगना रनौत को वाई कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान करने को लेकर स्वीकृति दे दी है. कंगना रनौत ने इस पर कहा है कि देशभक्त की आवाज फासीवादी नहीं कुचलेगा. वहीं महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कंगना को 'Y' श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और इसे महाराष्ट्र का अपमान बताया है.

खबरों के मुताबिक कंगना रनौत जब मुंबई आएंगी तब हो सकता है कि उन्हें 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन किया जा सकता है. नियमानुसार दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को इस कोरोना काल में होम क्वारंटाइन किया जाता है.

एनसीपी गुजरात की प्रदेश प्रवक्ता रेशमा पटेल ने कहा कि सुशांत की मौत पर राजनीतिक षड्यंत्र हो रहे है. इसे समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कंगना रनौत को मुंबई को पाक अधिकृत कश्मीर की तरह नहीं बताना चाहिए था. कंगना रनौत के बयान के पीछे भाजपा की कुटनीति है. भाजपा कंगना रनौत का इस्तेमाल करके महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है.

रेशमा पटेल का बयान.
कंगना और विवाद.

कंगना ने बीएमसी पर लगाए आरोप

वहीं कंगना ने एक और वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें कंगना ने कहा कि ये मुंबई में मणिकर्णिका फिल्म्ज का ऑफिस है, जिसे मैंने पंद्रह साल मेहनत कर के कमाया है, मेरा ज़िंदगी में एक ही सपना था मैं जब भी फिल्म निर्माता बनूं मेरा अपना खुद का ऑफिस हो, मगर लगता है ये सपना टूटने का वक़्त आ गया है, आज वहां अचानक बीएमसी के कुछ लोग आए हैं.

इसके बाद एक और ट्वीट करते हुए कहा कि उन्होंने जबरदस्ती सब कुछ नापते हुए मेरे कार्यालय को अपने कब्जे में ले लिया, जब वे पीछे हट गए तो मेरे पड़ोसियों को परेशान कर रहे थे बीएमसी अधिकारियों ने भाषा का उपयोग किया, जैसे वो जो मैडम है उसका करतूत का परिणाम सबको भरना होगा, मुझे कल सूचित किया गया है कि वे मेरी संपत्ति को ध्वस्त कर रहे हैं.

वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलने की खबरों पर कंगना की प्रतिक्रिया

उन्होंने आगे ट्वीट करते हुए कहा कि मेरे पास सभी कागजात हैं, बीएमसी की अनुमति मेरी संपत्ति में कुछ भी अवैध नहीं है, बीएमसी को नोटिस के साथ अवैध निर्माण को दिखाने के लिए एक संरचना योजना भेजनी चाहिए, आज उन्होंने मेरे स्थान पर छापा मारा और कल बिना किसी नोटिस के उन्होंने पूरी संरचना को ध्वस्त कर देंगे.

'Y' श्रेणी की सुरक्षा

उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक और दुखद है कि जो लोग मुंबई और महाराष्ट्र का अपमान करते हैं, उन्हें केंद्र द्वारा 'Y' श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही है. महाराष्ट्र न केवल राकांपा, शिवसेना या कांग्रेस का है, बल्कि भाजपा और जनता का भी है. अगर महाराष्ट्र का अपमान होता है तो सभी पार्टी के लोगों को इसकी निंदा करनी चाहिए.

वाई श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने की खबरों पर कंगना ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रति आभार प्रकट किया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, '...मैं @AmitShah जी की आभारी हूँ वो चाहते तो हालातों के चलते मुझे कुछ दिन बाद मुंबई जाने की सलाह देते मगर उन्होंने भारत की एक बेटी के वचनों का मान रखा, हमारे स्वाभिमान और आत्मसम्मान की लाज रखी, जय हिंद.'

इससे पहले हिमाचल सरकार ने कंगना को सुरक्षा प्रदान की थी. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को कहा था कि राज्य सरकार ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को राज्य में सुरक्षा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है और उनकी मुंबई यात्रा के दौरान भी सुरक्षा उपलब्ध कराने पर सरकार विचार कर रही है.

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भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा, 'उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराना हमारा कर्तव्य है क्योंकि वह हिमाचल प्रदेश की बेटी है और एक सेलिब्रिटी है.'

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पत्रकारों के सवालों के जवाब में ठाकुर ने कहा कि कंगना रनौत की बहन और उनके पिता ने सरकार का रूख कर अभिनेत्री को सुरक्षा उपलब्ध कराने का आग्रह किया था.

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ठाकुर ने कहा, 'उनकी बहन ने कल मुझे टेलीफोन किया और मुझसे बात की. उनके पिता ने राज्य पुलिस को पत्र लिखकर सुरक्षा दिये जाने की मांग की. इसलिए मैंने डीजीपी से राज्य में अभिनेत्री को सुरक्षा उपलब्ध कराने को कहा है.'

सुरक्षा श्रेणियों के मायने

सरकार दो तरीके से सुरक्षा उपलब्ध कराती है. अगर किसी भी वीआईपी को खतरा है और उसकी रिपोर्ट खुफिया एजेंसी से मिलती है तो फिर वीआईपी को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाती है. वहीं अगर किसी को जान का खतरा है और वह सरकार से सुरक्षा की मांग करता है. इस पर पहले उसकी जांच कराई जाती है और खुफिया रिपोर्ट के आधार पर सरकार तय करती है कि सुरक्षा मांगने वाले व्यक्ति को किस श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध करानी है.

वाई श्रेणी की सुरक्षा

वाई श्रेणी की सुरक्षा में 11 जवानों का सुरक्षा कवच रहता है, जिसमें से 2 कमांडो और अन्य पुलिस अधिकारी तैनात किए जाते हैं.

सरकार द्वारा दी जाने वाली सुरक्षा श्रेणी

सुरक्षा श्रेणी 4 तरह की होती है, जिसमें उच्चतम स्तर की सुरक्षा श्रेणी जेड प्लस सुरक्षा है. इसी के साथ जेड, वाई, एक्स श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई जाती है.

जाने कैसे होती है जेड प्लस सुरक्षा

जेड प्लस सुरक्षा में स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप एसपीजी, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड , इंडियन तिब्बत बॉर्डर पुलिस आईटीबीपी और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स सीआरपीएफ, एजेंसियां शामिल होती हैं. जेड प्लस श्रेणी देश की सबसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाली श्रेणी है. यह वीवीआइपी श्रेणी की सुरक्षा है. इस श्रेणी में कुल 36 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं, जिसमें एनएसजी और एसपीजी के कमांडो शामिल होते हैं.

सुरक्षा के पहले घेरे की जिम्मेदारी एनएसजी की होती है, जबकि दूसरी परत एसपीजी कमांडो संभालते हैं. इसके अलावा आइटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान भी जेड प्लस सुरक्षा में तैनात रहते हैं.

जेड श्रेणी की सुरक्षा

जेड श्रेणी की सुरक्षा में 22 जवानों का सुरक्षा कवच तैनात रहता है, जिसमें से 5 एनएसजी कमांडो और अन्य पुलिस के जवान शामिल रहते हैं.

एक्स श्रेणी की सुरक्षा

एक्स श्रेणी की सुरक्षा में 5 या दो जवानों का सुरक्षा कवच तैनात रहता है, जिसमें सशस्त्र पुलिस अधिकारी मुस्तैद रहते हैं.

Last Updated : Sep 7, 2020, 11:01 PM IST

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