दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

जानें, आज ही के दिन हर साल क्यों मनाया जाता है संयुक्त राष्ट्र दिवस - संयुक्त राष्ट्र दिवस

हर साल 24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र दिवस मनाया जाता है. 24 अक्टूबर 1945 को 51 देशों द्वारा मंजूरी के बाद यह अस्तित्व में आया था. 'संयुक्त राष्ट्र' शब्द अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रूजवेल्ट द्वारा प्रस्तावित किया गया था. आइए जानते हैं संयुक्त राष्ट्र का निर्माण कैसे हुआ था और क्या थी इसकी प्रमुख वजह.

History and milestones of  75 Years
संयुक्त राष्ट्र के 75 वर्ष

By

Published : Oct 24, 2020, 5:01 AM IST

Updated : Oct 24, 2020, 6:00 AM IST

हैदराबाद :दुनिया भर में युद्ध की स्थितियों से बचने और उससे बचने के लिए संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की गई थी. 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र पर 51 देशों के हस्ताक्षर से इसकी शुरुआत हुई थी.

24 अक्टूबर को प्रतिवर्ष संयुक्त राष्ट्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. आइए जानते हैं संयुक्त राष्ट्र के रूप रेखा की कैसे हुई थी शुरुआत.

प्रथम विश्व युद्ध के बाद वर्साय की संधि के हिस्से के रूप में जून 1919 में राष्ट्र संघ बनाया गया था.

1939 में द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हुआ. उस समय लीग बंद हो गया था. जिनेवा स्थित इसका मुख्यालय युद्ध के दौरान पूरी तरह से खाली रहा.

अगस्त 1941 को अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट और ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिलने कनाडा के न्यूफाउंडलैंड के दक्षिण-पूर्वी तट स्थित प्लेसेंटा-बे में नौसेना के जहाजों पर एक गुप्त बैठक की.

दोनों देशों के प्रमुखों ने अंतरराष्ट्रीय शांति प्रयासों और युद्ध से संबंधित मुद्दों की एक सीमा के लिए एक निकाय बनाने की संभावना पर चर्चा की. उन्होंने एक संयुक्त घोषणा की, जिसे 'अटलांटिक चार्टर' का नाम दिया गया.

यह एक संधि नहीं थी, लेकिन एक पुष्टि थी, जिसने संयुक्त राष्ट्र के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया. और इसे साकार करने की घोषणा की जिसमें 'अपने-अपने देशों की राष्ट्रीय नीतियों में कुछ सामान्य सिद्धांत जिन पर उन्होंने दुनिया के बेहतर भविष्य के लिए अपनी आशाओं को आधारित किया.

दिसंबर 1941 में संयुक्त राज्य अमेरिका भी युद्ध में शामिल हो गया, और पहली बार 'संयुक्त राष्ट्र' शब्द राष्ट्रपति रूजवेल्ट द्वारा उन देशों की पहचान करने के लिए तैयार किया गया था, जो शक्तिशाली राष्ट्रों के खिलाफ संबद्ध थे.

एक जनवरी, 1942 को संयुक्त राष्ट्र की घोषणा पर हस्ताक्षरकरने के लिए 26 संबद्ध देशों के प्रतिनिधियों ने वॉशिंगटन डीसी में मुलाकात की, जिसमें मूल रूप से मित्र देशों की शक्तियों के युद्ध के उद्देश्यों को दर्शाता है.

अगले कुछ वर्षों में चार मित्र देशों के बीच कई बैठकें हुई. संयुक्त राज्य अमेरिका, सोवियत संघ, यूनाइटेड किंगडम और चीन शामिल हुए.

24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र 51 देशों द्वारा मंजूरी के बाद अस्तित्व में आया, जिसमें पांच स्थायी सदस्य (फ्रांस, चीन गणराज्य, सोवियत संघ, ब्रिटेन और अमेरिका) और 46 अन्य हस्ताक्षरकर्ता शामिल थे. इस महासभा की पहली बैठक 10 जनवरी, 1946 को हुई.

संयुक्त राष्ट्र के चार मुख्य लक्ष्यों में अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना, राष्ट्रों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित करना, अंतरराष्ट्रीय समस्याओं को हल करने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करना और इन सामान्य सिरों की प्राप्ति में राष्ट्रों के कार्यों के सामंजस्य के लिए केंद्र में होना शामिल था.

75 वर्षों में संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख उपलब्धियां

  • इसके गठन के समय, संयुक्त राष्ट्र में केवल 51 सदस्य राज्यों, स्वतंत्रता आंदोलनों और बाद के वर्षों में डी-उपनिवेश शामिल थे. धीरे-धीरे सदस्यता का विस्तार हुआ जिसके बाद वर्तमान में 193 देश संयुक्त राष्ट्र के सदस्य हैं.
  • संयुक्त राष्ट्र पिछले 75 वर्षों में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों का दावा करता है. इसने बड़ी संख्या में वैश्विक मुद्दों जैसे कि स्वास्थ्य, पर्यावरण, महिलाओं के बीच महिला सशक्तिकरण के समाधान के लिए अपने दायरे का विस्तार किया है.
  • इसके गठन के तुरंत बाद, इसने 1946 में परमाणु हथियारों के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध होने का प्रस्ताव पारित किया. 1948 में, इसने चेचक, मलेरिया, एचआईवी जैसे संचारी रोगों से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) बनाया.
  • वर्तमान में डब्ल्यू एच ओ कोरोनो वायरस महामारी से निपटने वाला शीर्ष संगठन है. 1950 में, संयुक्त राष्ट्र ने द्वितीय विश्व युद्ध के कारण विस्थापित हुए लाखों लोगों की देखभाल के लिए शरणार्थियों के लिए उच्चायुक्त बनाया.
  • यह दुनिया भर के देशों के शरणार्थियों द्वारा सामना किए गए संकटों के मोर्चे पर जारी है. 1972 में, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम बनाया गया था. हाल ही में 2002 में, यूएन ने संयुक्त राष्ट्र की आपराधिक अदालत की स्थापना की, जिन्होंने युद्ध अपराध, नरसंहार और अन्य अत्याचार किए हैं.

संयुक्त राष्ट्र की विफलताएं

  • संयुक्त राष्ट्र ने उपलब्धियों के साथ कई आलोचनाओं का भी सामना किया है. उदाहरण के लिए 1994 में, यह रवांडा नरसंहार को रोकने में विफल रहा.
  • 2005 में, संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में कांगो गणराज्य में यौन दुराचार का आरोप लगाया गया था, और इसी तरह के आरोप कंबोडिया और हैती से भी आए हैं.
  • 2011 में, दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन 2013 में छिड़े गृहयुद्ध में खूनखराबे को समाप्त करने में असफल रहा था.
Last Updated : Oct 24, 2020, 6:00 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details