अमरावती : आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में माता-पिता द्वारा अंधविश्वास में दो बेटियों की हत्या का मामला सामने आया है. मदनपल्ली में रहने वाले पुरुषोत्तम नायडू और उनकी पत्नी पद्माजा ने अपनी दो बेटियों की कथित तौर पर इस उम्मीद में हत्या कर दी कि क्योंकि कलयुग सतयुग में बदलने वाला है और दैवीय शक्ति से कुछ घंटों में वे वापस जिंदा हो जाएंगी.
पुलिस ने बताया कि लड़कियों के पिता ने रविवार रात अपनी बेटियों की हत्या करने के बाद खुद अपने एक सहकर्मी को फोन कर इसकी जानकारी दी थी. इसके बाद, स्तब्ध सहकर्मी ने तुरंत पुलिस को वारदात की जानकारी दी. पुलिस तुरंत ही मौके पर पहुंची और दंपती को अवचेतन अवस्था में पाया.
पुरुषोत्तम नायडू (एमएससी, पीएचडी) मदनपल्ली में सरकारी महिला डिग्री कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. वह कॉलेज के उप प्रधानाचार्य भी हैं. उनकी पत्नी पद्माजा स्नातकोत्तर और स्वर्ण पदक विजेता हैं, जो एक स्थानीय निजी स्कूल की प्रधानाचार्य हैं.
उनकी बड़ी बेटी एलिकख्या (27) भोपाल में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही थी और छोटी बेटी साई दिव्या (22) बीबीए करने के बाद ए.आर. रहमान म्यूजिक एकेडमी में संगीत का अध्ययन कर रही थी. कोरोना वायरस के मद्देनजर लगे लॉकडाउन के बाद से दोनों बेटियां अपने माता-पिता के साथ रह रही थीं.
वह पिछले साल अगस्त में मदनपल्ली के शिवनगर में नवनिर्मित घर में शिफ्ट हुए थे. स्थानीय लोगों का कहना है कि वे घर में ही पूजा-पाठ करते थे. घर में बाहरी लोगों को जाने की अनुमति नहीं थी. रविवार की रात को भी पूजन किया गया.
पुलिस को संदेह है कि परिवार कुछ समय से किसी रहस्यमय गतिविधियों में संलिप्त था.