मुंबई: मुंबई और निकटवर्ती इलाकों में रात भर भारी बारिश होने के बाद कई जगह जलजमाव के कारण लोकल ट्रेन और यातायात सेवाएं प्रभावित हुईं. यहां तक कि कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर रहीं नर्सों और अन्य चिकित्सकीय कर्मियों को भी अस्पताल पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शहर के कई इलाकों में सोमवार रात से 200 मिमी से अधिक बारिश हो चुकी है और अगले 48 घंटों में भी ऐसे ही बारिश जारी रहने की संभावना है.
कोरोना वायरस के मद्देनजर केवल आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों के लिए चलाई जा रही, मुम्बई और उपनगर में लोकल ट्रेन सेवाएं भी पटरियों पर पानी भरने की वजह से बाधित हुईं.
बायकुला, दादर और महालक्ष्मी के पास सड़कों पर पानी भरने की वजह से वहां से यातायात को दूसरे मार्गों पर परिवर्तित करना पड़ा। उपनगर कांदिवली में भी सुबह सड़कों पर पानी भरा था.
नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि कुर्ला, सायन के निचले इलाकों और भांडुप के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण कई मकान डूब भी गए.
उपनगर कांदिवली में पश्चिमी एक्सप्रेस राजमार्ग (डब्ल्यूईएच) पर मंगलवार सुबह भूस्खलन से पश्चिमी उपनगर से दक्षिणी मुम्बई की ओर यातायात बाधित रहा, हालांकि वहां कोई हताहत नहीं हुआ है.
मध्य मुम्बई में सरकारी नायर अस्पताल के बाहर पानी भरने से चिकित्सकीय कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. यहां कोविड-19 के कई मरीजों का इलाज जारी है.
अस्पताल के एक रेजिडेंट डॉक्टर ने कहा, 'परिसर और बाकी जगह पानी भरे होने की वजह से नर्सों और अन्य चिकित्सकीय कर्मियों को अस्पताल पहुंचने में काफी परेशानी हुई.'
नगर निकाय अधिकारियों ने बताया कि रेलवे पटरी पर पानी भरा होने की वजह से सुबह हार्बर लाइन पर उपनगरीय ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं. वहीं पश्चिमी तथा मध्य लाइन पर भी सेवाएं प्रभावित हुईं.
मध्य रेलवे के प्रमुख जनसम्पर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने ट्वीट किया, 'भारी बारिश से वडाला और परेल उपनगर में जलभराव की वजह से प्रमुख लाइन और हार्बर लाइन पर कुछ सेवाएं निलंबित करनी पड़ीं, हालांकि वाशी तथा पनवेल के बीच और ठाणे तथा कल्याण से आगे शटल सेवाएं जारी हैं.'