नई दिल्लीः रामजन्म भूमि मामले की सुप्रीम कोर्ट में लगातार 6 अगस्त से सुनवाई चल रही है. फिलहाल, 23 तीनों की सुनवाई बीत चुकी है. अब दोनों पक्ष (हिंदू और मुस्लिम) इस मामले को कोर्ट के बाहर सुलझाना चाहते है.
रामजन्म भूमि विवाद को आपसी रजामंदी से सुलझाने की एक बार फिर से कोशिश की जा रही है. इस सिलसिले में यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड और निर्वाणी आखाड़ा ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित किए मध्यस्थता पैनल अध्यक्ष जस्टिस कलीफुल्ला को पत्र लिखा है.
जानकारी के आधार पर मुस्लिम पक्षकारों में से कुछ का मानना है कि राम जन्मभूमि हिंदुओं को देने में कोई हर्ज नहीं है लेकिन इसके बाद हिंदू किसी अन्य मस्जिद या ईदगाह पर दावा नहीं करें.