पुडुचेरी : केंद्र शासित प्रदेश में कोरोना संक्रणम से पहली मौत हुई. वहीं मृतक को अमानवीय तरीके से दफनाने का मामला सामने आया है, जिसकी आलोचना की जा रही है.
स्वास्थ्यकर्मियों की अमानवता दरअसल, 4 जून को चेन्नई के थाउज़ेंड लाइट्स के एक 44 वर्षीय व्यक्ति की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई. वह अपनी पत्नी से मिलने जा रहा था, जिस वक्त उसकी मौत हुई, जिसके बाद शव को सरकारी अस्पताल ले जाया गया.
अस्पताल में मृतक का कोरोना टेस्ट किया गया जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद शव को दफनाया गया. इसका एक वीडियो सामने आया है जिसमें चार स्वास्थ्यकर्मियों एक एम्बुलेंस से कपड़े में लिपटी हुए लाश को उतारते और उसे गड्ढे में फेंकते दिखाई दे रहे हैं.
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इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि निगमकर्मी कोरोना संक्रमण के चलते डर गए होंगे, क्योंकि अंतिम संस्कार के लिए परिवार के सदस्य खुद नहीं पहुंचे थे. वहीं पुडुचेरी में पहली कोरोना संक्रमित की मौत के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि मौत चेन्नई की गिनती में जोड़ दी जाएगी, क्योंकि आदमी चेन्नई से है.