नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए उपकरणों की खरीद में खर्च किए गए धन के बारे में जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया है.
दरअसल मुंबई के आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने एक ऑनलाइन आरटीआई आवेदन भरकर चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए खर्च किए गए धन का विवरण मांगा था. गलगली ने एक मई को केंद्र सरकार के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन दायर कर भारत सरकार द्वारा कोविड-19 को नियंत्रित करने और रोकने का विवरण मांगा था.
गलगली ने अपने आरटीआई आवेदन में लिखा है, 'कृपया उपकरण और सामग्री के लिए खर्च की गई कुल राशि, खरीद की तारीख और उपकरण का विवरण प्रदान करें.'
हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय में एक केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी (सीपीआईओ) को अनुमति देने के बाद 23 मई को जवाब दिया गया. आरटीआई जवाब में कहा गया कि सीपीआईओ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड से संबंधित मामलों से संबंधित है.
आरटीआई अधिनियम, 2005 की धारा 2 (एफ) में परिभाषित जानकारी के अनुसार सीपीआईओ को ऐसी जानकारी प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है, जिसके लिए हस्तक्षेप और/या धारणा बनाने या जानकारी की व्याख्या करने, या आवेदक द्वारा उठाए गए समस्या को हल करने, या काल्पनिक सवालों के जवाब प्रस्तुत करने की मांगी गई जानकारी नहीं आती है.