नई दिल्ली : स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया है कि भारत में कोरोना के एक्टिव मामले लगातार कम हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोविन एप पर स्वास्थ्यकर्मियों का बहुत बड़ा डेटा संकलित किया गया है. वैक्सीन ले जाने के लिए जिस चीज का प्रयोग किया जाएगा उसमें तापमान ट्रैकर लगाया जाएगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि कोविन प्लेटफॉर्म हमने भारत में बनाया है लेकिन ये विश्व के लिए है, जो भी देश इसका इस्तेमाल करना चाहेंगे भारत सरकार इसमें उनकी मदद करेगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि वैक्सीन लेने के बाद अगर उसका कोई बुरा प्रभाव होता है तो उसकी रियल टाइम रिपोर्टिंग के लिए कोविन वैक्सीन डिलीवरी मैनेजमेंट सिस्टम में प्रावधान किया गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता राजेश भूषण ने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए सेशन बांटने की पूरी प्रकिया इलेक्ट्रॉनिकली होगी. लाभार्थी को वैक्सीनेशन हुआ ये डिजिटली रिकॉर्ड किया जाएगा और उसे अगला डोज लेने कब आना है इसकी जानकारी भी उसे डिजिटली मिलेगी.
उन्होंने कहा कि हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर को कोविन प्लेटफॉर्म (वैक्सीनेशन के लिए) पर अपना पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं होगी, उनका डाटा पहले ही रिकॉर्ड किया जा चुका है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि सक्रिय मामले 6 महीने के बाद 2,50,000 से कम हो गए हैं. पिछले 11 दिनों से कोरोना से रोज़ 300 से कम लोगों की मौत हो रही है. पॉजिटिविटी रेट 6% से भी कम हो गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कुल उपचाराधीन मरीजों में से 43.96 प्रतिशत मरीज स्वास्थ्य केंद्रों में हैं जबकि 56.04 प्रतिशत मरीज घर पर पृथक-वास में हैं. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कोविड-19 के मामलों में कमी कारण देश में स्वास्थ्य ढांचे पर बोझ पहले से काफी घटा है.