हाथरस : हाथरस गैंगरेप पीड़िता के मामले में शासन ने एसआईटी का गठन किया है. इसकी अध्यक्षता गृह सचिव करेंगे. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने हाथरस की घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की है. पीएम ने कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए.
उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप पीड़िता का शव देर रात उसके गांव पहुंचा और ग्रामीणों के भारी विरोध के बीच प्रशासन द्वारा पीड़िता का अंतिम संस्कार करा दिया गया. हालांकि परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं थे, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने भारी विरोध के बीच पीड़िता का अंतिम संस्कार करा दिया.
योगी आदित्यनाथ ने की कड़ी कार्रवाई की बात जिलाधिकारी ने किया आरोपों को खारिज
मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी प्रवीण कुमार ने पत्रकारों के सवालों पर कहा कि 'मृतका के परिजनों द्वारा लगाए गए सारे आरोप गलत हैं. परिवारजनों को समय दिया गया था. मृतका का अंतिम संस्कार परिजनों ने ही किया है.'
जिलाधिकारी प्रवीण का बयान शहर में न्याय की मांग के लिए प्रदर्शन
वहीं इस केस में पीड़िता पक्ष शहर में उसके लिए न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.
इस स्थान पर किया गया पीड़िता का अंतिम संस्कार बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाथरस की घटना पर जांच हेतु तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है जिसमें अध्यक्ष सचिव गृह भगवान स्वरूप एवं चंद्रप्रकाश, पुलिस उपमहानिरीक्षक व श्रीमती पूनम, सेनानायक पीएसी आगरा सदस्य होंगे. एसआईटी अपनी रिपोर्ट 7 दिन में प्रस्तुत करेगी.
जानकारी देते जॉइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा. साथ ही हाथरस की घटना के लिए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं.
हाथरस गैंगरेप पीड़िता का शव देर रात चंदपा थाना क्षेत्र के गांव में पहुंचा. परिजनों ने प्रशासन से रात में दाह संस्कार नहीं करने की मिन्नतें की. पीड़िता की मां रो-रो कर गुहार लगाती रही, लेकिन प्रशासन नहीं माना. प्रशासन द्वारा परिजनों की बिना मर्जी के ही दाह संस्कार कर दिया गया.
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वहीं पुलिस ने दाह संस्कार स्थल पर मृतका के परिजनों में से भी सबको नहीं आने दिया. पुलिस ने मीडिया को भी रोक दिया.
वहीं इस मामले पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा कि परिवारीजनों के सहयोग से मृतका का अंतिम संस्कार करा दिया गया है. वहीं बताया जा रहा है कि हकीकत ये है कि अंतिम संस्कार के वक्त कोई भी परिजन मौजूद नहीं था. पुलिसकर्मियों द्वारा आनन-फानन में चिता सजाकर आग लगा दी गई थी.
दुष्कर्म की शिकार हुई बेटी की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार में सामान्य तौर पर भाग न ले पाने का गम पीड़िता के पिता को भी है. मृतका के पिता ओमप्रकाश ने बताया कि उनको पुलिस ने घर में बंद कर दिया था. वह अपनी बेटी का दाह संस्कार विधिवत नहीं कर सके, इसका उन्हें अफसोस है. उन्होंने यह भी कहा कि आज बेटियां सुरक्षित नहीं हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए गैंगरेप पीड़िता की मंगलवार को मौत हो गई थी. पीड़िता ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. चंदपा थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती के साथ 14 सितंबर को गैंगरेप की वारदात हुई थी. गैंगरेप के बाद उसके ऊपर जानलेवा हमला भी किया गया था.