नई दिल्ली:केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस महीने की शुरूआत में इस पद के लिए अधिया के नाम का प्रस्ताव दिया था. राष्ट्रपति कोविंद ने आठ मार्च को हसमुख अधिया को सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात का कुलपति नियुक्त कर दिया.
राष्ट्रपति ने विजिटर की हैसियत से अधिया को चांसलर के पद पर नियुक्त करने का आदेश जारी किया है.
हसमुख अधिया 1981 बैच के गुजरात काडर के आईएएस हैं. मोदी सरकार में वह राजस्व सचिव रहे और फिर उन्हें वित्त मंत्रालय का वित्त सचिव बनाया गया.
गुजरात के राजकोट के वानकोणर में जन्में हसमुख गुजरात में कई अहम पदों पर कार्य किया. जब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे उस वक्त वे उनकी सरकार में वित्त सचिव और प्रमुख सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया.
नरेंद्र मोदी के पीएम बनते ही हसमुख अधिया को दिल्ली बुलाया गया. यहां उन्हें नवंबर 2014 में वित्तीय सेवा विभाग में सचिव बनाया गया फिर उन्होंने अगस्त 2015 में वित्त मंत्रालय राजस्व सचिव का कार्य संभाला. इसके बाद हसमुख अधिया को वित्त सचिव का कार्यभार संभालने का अवसर मिला.
अब वे चांसलर बनकर गुजरात जा रहे हैं.