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बाढ़ से तबाह हुआ बगीचा, किसान ने लिया सूझबूझ से काम - केले का बाग

कहते हैं जहां चाह वहां राह होती है. इस बात को साबित कर दिखाया है गुंटूर जिले के एक बागान मालिक ने, जिनका बगीचा बाढ़ में बर्बाद हो गया था. केले के बाग में पानी इस कदर भर चुका है कि अंदाजा लगा पाना मुश्किल है कि यहां कभी बागान रहा होगा. ऐसी परिस्थिति में भी नागेश ने सूझबूझ से काम लिया और एक प्रेरणा बन गए.

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बाढ़ से तबाह हुआ बगीचा,

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Published : Oct 19, 2020, 2:59 PM IST

अमरावती : देश के कई हिस्सों में भारी बारिश आफत बनी हुई है. बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान सड़क किनारे झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों और किसानों को हो रहा है. भारी बारिश के बाद जलभराव से आंध्र प्रदेश का गुंटूर जिला भी अछूता नहीं है. गुंटूर से कुछ किलोमीटर दूर स्थिति केले का एक बाग बारिश से बर्बाद हो गया है. इन सबके बावजूद बागान मालिक को एक तरकीब सूझी और उन्होंने अपनी फसल को बर्बाद होने से बचा लिया.

बाढ़ से पूरा बगीचा जलमग्न हो गया. ऐसी विषम परिस्थितियों के बीच उनावल्ली के एक किसान नागेश को एक अनोखी तरकीब सूझी. नागेश ने एक रस्सी की मदद से 60 केले के गुच्छों को पानी की सतह से ऊपर ला दिया, ताकि बाढ़ के पानी से केलों को नुकसान न पहुंचे.

पानी की सतह पर केले के गुच्छे

सुनने में आसान लगने वाला यह काम इतना भी आसान नहीं था. गहरे पानी में केले के गुच्छों को सतह तक लेकर आना काफी मुश्किल भरा था, लेकिन नागेश ने यह काम कर दिखाया और सबके लिए एक उदाहरण साबित कर दिया.

बगीचे में पानी इतना भर चुका था कि अंदाजा लगा पाना मुश्किल है कि यहां किसी समय केले का बाग हुआ करता था. ऐसे में बागान मालिक नागेश को एक तरकीब सूझी और उन्होंने पानी से लबालब बगीचे से केले के पेड़ों को बांधकर ऊपर करने का फैसला लिया.

रस्सी की मदद से सूझबूझ दिखाते नागेश

उनावल्ली इलाके में केले की खेती को प्राथमिकता दी जाती है, क्योंकि यहां वातावरण इस तरह की खेती के लिए अनुकूल है. हर साल बाढ़ से इस इलाके में किसानों को काफी नुकसान हो जाता है.

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खेती पर ही निर्भर लोगों को बारिश के समय काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. हजारों एकड़ खेतिहर भूमि को जलमग्न होते देख किसानों और बागान में काम करने वाले लोगों की परेशानियों का अंदाजा लगा पाना मुश्किल है.

ऐसे में नागेश जैसे लोग अपनी सूझबूझ और अक्लमंदी से न जाने कितने लोगों का मनोबल मजबूत कर रहे हैं. वाकई नागेश जैसे लोगों से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है.

बगीचे में भरा था बाढ़ का पानी

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