अहमदाबाद :गोपालकृष्ण गांधी ने कहा है कि अगर भारत ने अलग आर्थिक नीति अपनाई होती तो भारत कोरोना वायरस महामारी से बेहतर तरीके से निपट सकता था. उनका कहना है कि वर्तमान आर्थिक नीति के कारण बड़े पैमाने पर शहरीकरण हो रहा है और किसान शहरों का रुख करने के लिए बाध्य हैं. वह गुजरात विद्यापीठ के 101वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे थे. बता दें कि गोपालकृष्ण गांधी सेवानिवृत्त राजनयिक और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल रह चुके हैं.
पुनर्विचार करने की आवश्यकता पर गांधी ने दिया बल
गोपाल कृष्ण गांधी ने कहा कि गांधी ने देश की आर्थिक नीति पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता पर बल दिया क्योंकि इससे औद्योगिकीकरण और शहरीकरण को बढ़ावा मिला है. जिससे 'बड़ी आबादी इधर से उधर' हुई है और बड़ी संख्या में किसान शहरों की तरफ जाने के लिए बाध्य हुए हैं. गोपालकृष्ण गांधी ने कहा कि उदारीकण, निजीकरण या वैश्वीकरण की आर्थिक नीति से बड़ी संख्या में आबादी इधर से उधर हुई है न कि उसका पुनर्वास हुआ है. जिस तरीके से शहरों की आबादी बढ़ रही है उसने आज महामारी (कोविड-19) का तेजी से प्रसार किया है.'
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