अगरतला : अदालत के एक निर्णय के बाद नौकरी से निकाले जाने का सामना कर रहे त्रिपुरा के 10,323 सरकारी शिक्षकों ने रविवार को यहां प्रदर्शन किया. शिक्षक निकाय के एक शिक्षक ने कहा कि नौकरियों की सुरक्षा को लेकर वैकल्पिक व्यवस्था की जाए, इस मांग के साथ यह प्रदर्शन किया गया.
'अमरा 10,323' (हम 10,323) संगठन के संयोजक दलिया दास ने कहा,'मनोवैज्ञानिक आघात और बेचैनी के चलते अब तक 50 शिक्षकों की मौत हो चुकी है.'
उन्होंने कहा कि पुरुष और महिलाओं सहित सभी शिक्षकों ने रविवार को त्रिपुरा सरकार से अपनी नौकरी को बनाए रखने की मांग को लेकर बड़ा प्रदर्शन किया.
दास ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'त्रिपुरा सरकार को चाहिए कि मनोवैज्ञानिक आघात और एंग्जाइटी के कारण जिन 50 शिक्षकों की मौत हुई है, उनके परिजनों को वह नौकरी प्रदान करे.'
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2010 से लेकर कई चरणों में त्रिपुरा के सरकारी स्कूलों में स्नातक, स्नातकोत्तर और स्नातक स्तर की शैक्षिक योग्यता वाले 10,323 से अधिक सरकारी शिक्षकों को शामिल किया गया था.