नई दिल्ली : कोविड-19 पर मंत्रियों के समूह (जीओएम) की 15वीं बैठक शुक्रवार को हुई. बैठक में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रवासी मजदूरों और विदेश से लौटे लोगों के लिए सभी प्रोटोकॉल और दिशा निर्देशों का पालन करने की अपील दोहराई गई.
दरअसल सरकारी सूत्रों ने कहा कि बैठक में विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से आने वाले प्रवासी मजदूरों और विदेश से आने वाले लोगों के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों पर भी चर्चा हुई.
हालांकि जीओएम ने उन रिपोर्टों पर ध्यान दिया, जिसमें कोरोना के मामले में प्रवासियों के वापसी के बाद राज्यों में बढ़ोतरी हुई है. कई राज्यों ने यहां तक शिकायत की है कि मजदूरों के आने से राज्यों की रोजगार की समस्या बढ़ जाएगी.
जीओएम को सूचित किया गया था कि 30 नगरपालिका क्षेत्र हैं, जहां पर भारत में कोरोना मामले का 79 प्रतिशत हिस्सा हैं.
अधिकारियों ने कहा, 'मंत्रियों के समूह ने चर्चा की कि कोविड-19 के प्रबंधन में रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है. इसमें सबसे अधिक संख्या में संक्रमण और संपर्क का समय पर पता लगाना सबसे अच्छा तरीका है.'
गौरतलब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में शेष विश्व की तुलना में भारत की स्थिति की समीक्षा की गई. कुल मिलाकर 2,94,469 मौतों के साथ कोरोना के सकारात्मक मामलों की कुल संख्या 42,48,389 है और मृत्यु दर 6.92 प्रतिशत है. वहीं भारत में कुल सकारात्मक मामलों की संख्या 81,970 है, 2649 लोगों की मौत हुई है और मृत्यु दर 3.23 प्रतिशत है.
केंद्रीय मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया है कि पिछले 24 घंटों में 1685 मरीज ठीक हो गए. अधिकारियों ने कहा, 'यह कुल सही होने का दर 34.06 प्रतिशत है.'